ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे
ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे
तुम्हारे बिन हमारा कोई नहीं
हमरी ये उलझन सुलझाओ भगवन
तुम्हारे बिन हमारा कोई नहीं
ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे
ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे
तुम्हारे बिन हमारा कोई नहीं ।।
हम गरीबो का तू है सहारा
इस सुनिया में कोई ना हमारा
जो जग से हरा तूने ही तारा
तुम्हारे बिन हमारा कोई नहीं ।।
ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे
ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे
तुम्हारे बिन हमारा कोई नहीं ।।
तुम्हारे जैसा कोई भी ना साथी
तू दीपक है हम सब है बाती
हमरा ये जीवन तुझपे है अर्पण
तुम्हारे बिन हमारा कोई नहीं ।।
ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे
ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे
तुम्हारे बिन हमारा कोई नहीं ।।
श्याम कहता है सुनले कन्हैया
तेरे हाथो में अब है ये नैया
भाव से कार्डो पार मानूंगा उपकार
तुम्हारे बिन हमारा कोई नहीं।।
ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे
ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे
तुम्हारे बिन हमारा कोई नहीं ।।