कलियुग का माँ ध्यानु
तेरा चंचल चला गया
सुनले माता मेरी तेरा
बेटा चला गया
तेरा चंचल चला गया
माँ तेरा ध्यानू चला गया।।
तेरे नाम का सिमरन करकर
साड़ी उम्र बितायी
सुनकर कालका माँ
चंचल की बानी सहाई
चंचल की बानी सहाई
जय जय करो के शोर में देखो
चंचल खो गया
सुनले माता मेरी तेरा
बेटा चला गया
तेरा चंचल चला गया
माँ तेरा ध्यानू चला गया।।
कलियुग का माँ ध्यानु
तेरा चंचल चला गया
सुनले माता मेरी तेरा
बेटा चला गया
तेरा चंचल चला गया।।
घर घर में जब ज्योत जागेगी
सबको याद आएगा
चंचल बेटा तेरा अब लौट के ना आएगा
जय कारो का शोर मचा कर
तेरा बेटा सो गया।।
सुनले माता मेरी तेरा
तेरा चंचल चला गया
तेरा चंचल चला गया।।
कलियुग का माँ ध्यानु
तेरा चंचल चला गया
सुनले माता मेरी तेरा
बेटा चला गया
तेरा चंचल चला गया
माँ तेरा ध्यानू चला गया।।
संतो मंतो ने गा कर के माँ सबको ये बताया
चंचल ने माँ तुम को दिल से सदा मनाया
चंचल नाम का फूल तुम्हारा खुशबू छोड़ गया
सुनले माता मेरी तेरा तेरा चंचल चला गया
तेरा चंचल चला गया।।
कलियुग का माँ ध्यानु
तेरा चंचल चला गया
सुनले माता मेरी तेरा
बेटा चला गया
तेरा चंचल चला गया
माँ तेरा ध्यानू चला गया।।