नैन तेरे माँ नैना देवी
चरन तेरे चिंतापूर्णी
धड तेरा माँ दिल काँगडे
ज्योता जगदीया ज्वालामुखी।।
कुन कुन मैया तेरा भवन बन्नाया
कुनी चोर झुलायो माँ
धड तेरा माँ दिल काँगडे।।
पंज पंज पांडवा ने भवन बनाया
अर्जुन चोर झुलायो माँ
धड तेरा माँ दिल काँगडे।।
हथ में गडवा गंगा जल पानी
अश्नान करावन आयो माँ
धड तेरा माँ दिल काँगडे।।
हथ में गर्मी फुला न भरनी
हार पेहनावन आयो माँ
धड तेरा माँ दिल काँगडे।।
हाथ रे भी थाल जलेबी
भोग लगावन आयो माँ
धड तेरा माँ दिल काँगडे।।