दुर्गा माता चालीसा – हिन्दी
॥ चौपाई ॥ नमो नमो दुर्गे सुख करनी।नमो नमो अम्बे दुःख हरनी॥ निराकार है ज्योति तुम्हारी।तिहूँ लोक फैली उजियारी॥ शशि…
॥ चौपाई ॥ नमो नमो दुर्गे सुख करनी।नमो नमो अम्बे दुःख हरनी॥ निराकार है ज्योति तुम्हारी।तिहूँ लोक फैली उजियारी॥ शशि…
॥ दोहा ॥ ह्रीं श्रीं क्लीं मेधा प्रभा,जीवन ज्योति प्रचण्ड। शान्ति कान्ति जागृत प्रगति,रचना शक्ति अखण्ड॥ जगत जननी मङ्गल करनि,गायत्री…
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण सरोज छवि,निज मन मन्दिर धारि। सुमरि गजानन शारदा,गहि आशिष त्रिपुरारि॥ बुद्धिहीन जन जानिये,अवगुणों का…
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण चितलाय,के धरें ध्यान हनुमान। बालाजी चालीसा लिखे,दास स्नेही कल्याण॥ विश्व विदित वर दानी,संकट हरण…
॥ दोहा ॥ बन्दहुँ वीणा वादिनी,धरि गणपति को ध्यान। महाशक्ति राधा सहित,कृष्ण करौ कल्याण॥ सुमिरन करि सब देवगण,गुरु पितु बारम्बार।…
॥ दोहा ॥ श्री गुरु पद नमन करि,गिरा गनेश मनाय। कथूं रामदेव विमल यश,सुने पाप विनशाय॥ द्वार केश से आय…
॥ दोहा ॥ जैसे अटल हिमालय,और जैसे अडिग सुमेर। ऐसे ही स्वर्ग द्वार पै,अविचल खड़े कुबेर॥ विघ्न हरण मंगल करण,सुनो…
॥ दोहा ॥ विश्वनाथ को सुमिर मन,धर गणेश का ध्यान। भैरव चालीसा रचूं,कृपा करहु भगवान॥ बटुकनाथ भैरव भजू,श्री काली के…
॥ दोहा ॥ श्री भैरव सङ्कट हरन,मंगल करन कृपालु। करहु दया जि दास पे,निशिदिन दीनदयालु॥ ॥ चौपाई ॥ जय डमरूधर…
॥ दोहा ॥ श्री गणपति गुरुपद कमल,प्रेम सहित सिरनाय। नवग्रह चालीसा कहत,शारद होत सहाय॥ जय जय रवि शशि सोम बुध,जय…