राम का मंदिर बन दो शिव जी आके अवध नगरियां,
बम बम बोल रहे है कावड़िया,
जितने भी है राम विरोधी खो दो सब की गगिरयां,
बम बम बोल रहे है कावड़िया,
आँख तीसरी अब खोल दो भोला,
फुक दो जाके दुश्मन का टोला,
खून की धारा बहा दो शिव जी आके अवध नगरियां,
बम बम बोल रहे है कावड़िया,
महाकाल अब धरती पर आओ,
राम विरोधी कुत्तो को भगाओ,
संतो सिया दो वरुण बाहर की कब से चढ़ी नजरियां
बम बम बोल रहे है कावड़िया,
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