हमे तो मोह लिया नाथ चिमटे वाले ने,
झोली वाले ने पहुआ वाले ने,
सुनेहरी बंवरिया तेड पे लंगोटी है,
उस के चेहरे पे सारे जगत की ही ज्योति है,
उसके परकाश में हम को सहारा मिलता है,
नाम सिमरने का हमको इशारा मिलता है,
बड़े दयाल हो मेरे नाथ मैंने जान लियां,
तुसी हो कर्णधार मैंने पहचान लियां,
हमे तो मोह लिया नाथ चिमटे वाले ने,
तेरे दरबार पे दुख्यारे जब जब आते है,
झोली खाली ले के आते भरके जाते है,
तेरे दरबार में कमी न कोई आती है,
किसी के चहरे पे उदासी ना हमे भाति है,
हर दुखिये की दुःख को तुमने है निवार दियां,
तुसी करनधार मैंने पहचान लिया,
हमे तो मोह लिया नाथ चिमटे वाले ने,
दिखाओ दर्श नाथ जान मेरी जाती है,
कसम तुम्हरी मुझे दुनिया नही भाति है,
तुम्हारी याद दी हर पल मुझे सताती है,
ना जाने कितने दिन से नींद नही आती है,
प्रभु जी एक वार तू इधर नजर करदो
आपने छोटे से भगत दीप पर मेहर करदो ,
हमे तो मोह लिया नाथ चिमटे वाले ने,