मैंनू खींच के लिया तेरा प्यार वे ।
जंगला च रैहन वालिया ॥ आई छड़ के मैं सारा संसार वे एे ॥
जंगला च रैहन वालिया ॥
आया जदों चैत मेरा चित नईयो लगदा॥
तक्क तस्वीर तेरी दिल नईयो रज्ज दा ॥
बाटा लम्बीयां मेरे करतार वे एे ।
मन होवे मोर मेरा जोगी आ सवार होवे ॥
गुफा मोहरें पैहलां पाँवा खड़ी सरकार होवे एे ॥
मेरे ठाकुरा तु ठुकरां ना मार वे ऐ ॥
जय बाबे दी
किवें मैं मन्नावां तैंनु केहडी़ तस्वीस करां ॥
गुफा वासीयां मैं तेरी केहड़ी रीस करां ॥
आवे पत्त चड़ फिर बेहार वे ॥
मेरे नालों वद् कई लाड़ले हजार तैंनू ॥
तेरे नालो वद् कोई लाडला यार मैंनू ॥
कितें चातिया गूलाम वल मार वें ॥
जंगला च रैहन वालेया ॥