नाथ जी ना जाइयो, माई रतनो दा,
दिल पया धडके,
नाथ जी ना जाइयो माई रतनो दा,
दिल पया धडके,
भूडडा शरीर मथो हुंदा नहियो उठ वे,
दिना दी प्रोहनी मैं ता हडियाँ दी मुठ वे,
किवे जावागी तेरे तो विछाड के,
नाथ जी ना जाइयो माई रतनो दा,
दिल पया धडक…..
अखा दियां चनना भूडापे दे सहारियां,
चंदरी जुबान विचो मेहना तेनु मारियाँ,
पहड़ी चंदरी सहाव जो जाये सडके,
नाथ जी ना जाइयो माई रत्नों दा,
दिल पेया धडके……
मैं हा अन्भोल मेरा गुस्सा न मनावी वे,
ताहने मेरे मेरे ना सारे भूल जावी वे,
माफ़ी मांग लो पैर नु फडके,
नाथ जी ना जाइयो माई रतनो दा,
दिल पया धडके…