रोनका लगाइयाँ भारी,
करना आज दीदार मैया दा वारो वारि,
रोनका लगाइयाँ भारी…
कई ने साईकल कई ने पैदल कई कारा विच आये,
सिरा ते लेके लाल चुनरियाँ मथे तिलक लगाए,
बैठ के आये विच लारी,
कई आये ने बह के रोडवजे दी वारि,
रोनका लगाइयाँ भारी….
पूरियां छोले खीर दे भगता लंगर लगाए,
भगता संगता दे राहा विच देखो नैन विशाये,
संगत सारी दी सारी भगता दे विच बह के शक दी लंगर संगत सारी,
रोनका लगाइयाँ भारी…..
सोहनिया सोहनियाँ भेटा गए के मन न मोहि जावन,
ढोलक चिमटा शेहने लेके उची जय कारे लावन,
मारन संगता ताली हरी अमित नाल रल के मारन संगता ताली,
रोनका लगाइयाँ भारी,