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रे पापण क्यूँ जुल्म कमाएं, एक हाँड़ी दो पेट बनाए ।। सरोज घणघस ।।

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नवरात्री भजन || मईया मेरी जोड़ी बनाए रखना मेरी मांग का सिन्दूर सजाये रखना || Mata Bhajan

Navratri Bhajan - MAIYA MERI JODI BANAYE RAKHNA MERI MAANG KA SINDOOR SAJAYE RAKHNA (Mata Bhajan) प्रिय श्रोताओं, हम आपके…

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