(व्यंग्य) किस भारत भाग्य विधाता को पुकारें – हरिशंकर परसाई
(व्यंग्य) किस भारत भाग्य विधाता को पुकारें – हरिशंकर परसाई मेरे एक मुलाकाती हैं। वे कान्यकुब्ज हैं। एक दिन वे चिंता से बोले – अब हम कान्यकुब्जों का क्या होगा? मैंने कहा – आप लोगों को क्या डर है? आप लोग जगह-जगह पर नौकरी कर रहे हैं। राजनीति में ऊँचे पदों पर हैं। द्वारिका प्रसाद … Read more