(व्यंग्य) इति श्री रिसर्चाय – हरिशंकर परसाई
(व्यंग्य) इति श्री रिसर्चाय – हरिशंकर परसाई सन् 1950 ईसवी बाबू गोपालचंद्र बड़े नेता थे, क्योंकि उन्होंने लोगों को समझाया था और लोग समझ भी गए थे कि अगर वे स्वतंत्रता-संग्राम में दो बार जेल – ‘ए क्लास’ में – न जाते, तो भारत आजाद होता ही नहीं। तारीख 3 दिसंबर 1950 की रात को … Read more