इन्द्र देव गायत्री मन्त्र (Indra Dev Gayatri Mantra
॥ इन्द्र देव गायत्री मन्त्र ॥
ॐ सहस्त्रनेत्राय विद्महे वज्रहस्ताय धीमहि।
तन्नो इन्द्रः प्रचोदयात्॥
ॐ सहस्त्रनेत्राय विद्महे वज्रहस्ताय धीमहि।
तन्नो इन्द्रः प्रचोदयात्॥
मन्त्र अर्थ
ॐ! हम उन भगवान श्री इन्द्र का ध्यान करें, जिनके सहस्र नेत्र हैं, तथा जो अपने हाथ में वज्र धारण किये हैं, वे भगवान इन्द्र हमारी बुद्धि एवं मन को ज्ञान से प्रकाशित करें तथा हमें सन्मार्ग की ओर प्रेरित करें।