पावन कावर कथा
पावन कावर कथा पहली कथा सागर मंथन की है भक्तो देव असुर जब मिलकर सागर मथ रहे थे तब उसमे से 14 रत्नो के साथ हलाहल दिप भी नीकला जब देव असुर दोनों ही हलाहल ग्रहण जो मना करने लगे और सृष्टि के विनाश का भय सताने लगा तब भगवान भोलेनाथ ने उसे अपने कंठ … Read more