आरती सरस्वती जी: ओइम् जय वीणे वाली (Saraswati Om Jai Veene Wali

आरती सरस्वती जी: ओइम् जय वीणे वाली (Saraswati Om Jai Veene Wali

आरती सरस्वती जी: ओइम् जय वीणे वाली (Saraswati Om Jai Veene Wali   ओइम् जय वीणे वाली, मैया जय वीणे वाली ऋद्धि-सिद्धि की रहती, हाथ तेरे ताली ऋषि मुनियों की बुद्धि को, शुद्ध तू ही करती स्वर्ण की भाँति शुद्ध, तू ही माँ करती॥ 1 ॥ ज्ञान पिता को देती, गगन शब्द से तू विश्व … Read more

आरती राम लला की (Aarti Ram Lala Ki

आरती राम लला की (Aarti Ram Lala Ki

आरती राम लला की (Aarti Ram Lala Ki   आरती कीजे श्रीरामलला की । पूण निपुण धनुवेद कला की ॥ धनुष वान कर सोहत नीके । शोभा कोटि मदन मद फीके ॥ सुभग सिंहासन आप बिराजैं । वाम भाग वैदेही राजैं ॥ कर जोरे रिपुहन हनुमाना । भरत लखन सेवत बिधि नाना ॥ शिव अज … Read more

आरती: श्री रामचन्द्र जी (Shri Ramchandra Ji 2

आरती: श्री रामचन्द्र जी (Shri Ramchandra Ji 2

आरती: श्री रामचन्द्र जी (Shri Ramchandra Ji 2   आरती कीजै रामचन्द्र जी की। हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥ पहली आरती पुष्पन की माला। काली नाग नाथ लाये गोपाला॥ दूसरी आरती देवकी नन्दन। भक्त उबारन कंस निकन्दन॥ तीसरी आरती त्रिभुवन मोहे। रत्‍‌न सिंहासन सीता रामजी सोहे॥ चौथी आरती चहुं युग पूजा। देव निरंजन स्वामी और … Read more

श्री भगवत भगवान की है आरती! (Shri Bhagwat Bhagwan Ki Aarti

श्री भगवत भगवान की है आरती! (Shri Bhagwat Bhagwan Ki Aarti

श्री भगवत भगवान की है आरती! (Shri Bhagwat Bhagwan Ki Aarti   श्री भगवत भगवान की है आरती, पापियों को पाप से है तारती। ये अमर ग्रन्थ ये मुक्ति पन्थ, ये पंचम वेद निराला, नव ज्योति जलाने वाला। हरि नाम यही हरि धाम यही, यही जग मंगल की आरती पापियों को पाप से है तारती॥ … Read more

श्री जानकीनाथ जी की आरती (Shri Jankinatha Ji Ki Aarti

श्री जानकीनाथ जी की आरती (Shri Jankinatha Ji Ki Aarti

श्री जानकीनाथ जी की आरती (Shri Jankinatha Ji Ki Aarti   ॐ जय जानकीनाथा, जय श्री रघुनाथा । दोउ कर जोरें बिनवौं, प्रभु! सुनिये बाता ॥ ॐ जय..॥ तुम रघुनाथ हमारे, प्राण पिता माता । तुम ही सज्जन-संगी, भक्ति मुक्ति दाता ॥ ॐ जय..॥ लख चौरासी काटो, मेटो यम त्रासा । निशदिन प्रभु मोहि रखिये, … Read more

आरती: जय जय तुलसी माता (Aarti: Jai Jai Tulsi Mata

आरती: जय जय तुलसी माता (Aarti: Jai Jai Tulsi Mata

आरती: जय जय तुलसी माता (Aarti: Jai Jai Tulsi Mata   जय जय तुलसी माता, मैया जय तुलसी माता । सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता ॥ ॥ जय तुलसी माता…॥ सब योगों से ऊपर, सब रोगों से ऊपर । रज से रक्ष करके, सबकी भव त्राता ॥ ॥ जय तुलसी माता…॥ बटु … Read more

जय शनि देवा – श्री शनिदेव आरती (Aarti Shri Shani Jai Jai Shani Dev

जय शनि देवा – श्री शनिदेव आरती (Aarti Shri Shani Jai Jai Shani Dev

जय शनि देवा – श्री शनिदेव आरती (Aarti Shri Shani Jai Jai Shani Dev   जय शनि देवा, जय शनि देवा, जय जय जय शनि देवा । अखिल सृष्टि में कोटि-कोटि जन, करें तुम्हारी सेवा । जय शनि देवा, जय शनि देवा, जय जय जय शनि देवा ॥ जा पर कुपित होउ तुम स्वामी, घोर … Read more

माँ कालरात्रि की आरती – कालरात्रि जय महाकाली (Mata Kalratri Ki Aarti

माँ कालरात्रि की आरती – कालरात्रि जय महाकाली (Mata Kalratri Ki Aarti

माँ कालरात्रि की आरती – कालरात्रि जय महाकाली (Mata Kalratri Ki Aarti   कालरात्रि जय-जय-महाकाली । काल के मुह से बचाने वाली ॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा । महाचंडी तेरा अवतार ॥ पृथ्वी और आकाश पे सारा । महाकाली है तेरा पसारा ॥ खडग खप्पर रखने वाली । दुष्टों का लहू चखने वाली ॥ कलकत्ता … Read more

चन्द्र देव आरती (Chandra Dev Aarti

चन्द्र देव आरती (Chandra Dev Aarti

चन्द्र देव आरती (Chandra Dev Aarti   ॐ जय सोम देवा, स्वामी जय सोम देवा । दुःख हरता सुख करता, जय आनन्दकारी । रजत सिंहासन राजत, ज्योति तेरी न्यारी । दीन दयाल दयानिधि, भव बन्धन हारी । जो कोई आरती तेरी, प्रेम सहित गावे । सकल मनोरथ दायक, निर्गुण सुखराशि । योगीजन हृदय में, तेरा … Read more

श्री नाथ जी की संध्या आरती – गोरखनाथ मठ (Shri Nathji Sandhya Aarti – Gorakhnath Math

श्री नाथ जी की संध्या आरती – गोरखनाथ मठ (Shri Nathji Sandhya Aarti – Gorakhnath Math

श्री नाथ जी की संध्या आरती – गोरखनाथ मठ (Shri Nathji Sandhya Aarti – Gorakhnath Math   श्री गुरु गोरक्षनाथ जी की संध्या आरती ऊँ गुरुजी शिव जय जय गोरक्ष देवा। श्री अवधू हर हर गोरक्ष देवा । सुर नर मुनि जन ध्यावत, सुर नर मुनि जन सेवत । सिद्ध करैं सब सेवा, श्री अवधू … Read more