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bhajan lyrics न जय हो सक माई की जय हो ओम गणेश जी महाराज की जय एक बुढ़िया थी गणेश जी की पूजा करती थी बस उसकी जो बहु थी वो पूजा पाठ नहीं करती थी तो कहने लगी की बुढ़िया का तो यही काम रह गया हर टाइम गणेश जी

गणेश जी करती र और तो कोई काम रहा नहीं अपने पति से कहने लगी ममा के छोड़या बस वो ममा केलिए चला गया छोड़ के आ गया आके वो तो कामम में लग गया घर में काम करने लग गी जो झु कुटा पानी हो था गणेश जी के ऊपर

फेंक दे ना नुवे ना धुवे ना पूजा पाठ करे और ऐसा कर गणेश जी बैठे हुए हस रहे क मुझे देख बस बाहर फेंक के मार दिए बाहर फेंक के मार दिए तो पड़ोस ने देखा कि इसने बाहर फेंक दिए गणेश जी को उसने उठाए दू म लाला

के अपने घर में बैठा लिए बस उससे घर में जो है अनधन की हानि आती चली गई अब व जब वो आया कमाने माने जहा गया होगा वहां से आया वो उसका पति तो कहने लगे कि ला कुछ खाने पीने दे कुछ भी नहीं रहा य तो इस दिन से

तेरी मां गई य तो आ नहीं आती चली गई जा उसे लेके आ बस उसे लेने चला गया ममा मां को भेज दे ले जा भाई हमने क्या बुलाई थी व लेकर चल दिया बुढ़िया आई तो आक देखने लगी कि मेरे गणेश जी कहां मेरे गणेश जी कहां

फिर रो गणेश जी गणेश जी करती चली गई थी और गणेश जी गणेश जी करती आ गई इस और कुछ काम ही नहीं रहा को ना कुछ भी हो मेरे गणेश जी काम है तो गणेश जी के बिना रहने की बस पोस कहने लगी बढ़िया है ना तेरे गणेश जी हमारे

बैठे उसने लेने गई तो गणेश जी मा देख चिपक हो गए कहने लगी कि चलो गणेश जी महाराज मेरे साथ चलो ब की करनी ब मेरी करनी तुम मेरे साथ चलो बस गणेश जी चल दि है गजे बाजे से लेके आई द मला दला के अपने घर में बैठाए फिर बह भी

पूजा करने लगी बेटा भी पूजा करने लगा जैसे गणेश जी ने उसका ऐसा सबका भला करर है जय गणेश संकट माई की जय हो सकट चौथ का दिन था अब एक बुढ़िया और एक बेटे थे उसके अब उनके बहुत गरीब भी थी खाने पीने को नहीं

था कुछ नहीं था ना वहा कुछ काम मिल रहा था उसे बस वो कहने लगा मां मैं कहीं परदेश में चला जाऊ कहीं जाकर कोई काम धाम देख लू कोई काम मिल जा मुझे तो कहने लगे बेटे तू जागा क्या लेकर जागा मेरे पास कुछ को भी

नहीं है चल मा देख जा जो भी होगा बस कहने लगी अच्छा तू एक मुठी ल लेता जा और जा तु कोख होगी ल चार तरफ के और बीच में बैठ जाइए राम राम जपता रहिए कि अच्छा मा बस चल दिया चलता चलता दूर देश में पहुंच गया अब

एक सराई थी सरा में जाक रुका वहा देखा एक बुढ़िया थी बुढ़िया बैठी रोने लग रही थी और पड़े बनाने लग रही थी तो कहने लगे की बुढ़िया माई त क्यों रो रही कहने लगे बेटा रो रही क्या मेरा एक ही बेटा और यहां

पक्के आवे साप मिला हुआ एक आदमी की बली जा और आज जो है मेरे बेटे की बारी है मेरा बेटा य मर जाएगा इसका वत रख रही मैं बच्चों के लिए तो त रख रही और मेरे तो कोई भी नहीं रहने का तो कहने ल बुढ़िया रो तो

है ना और तेरे बेटे की जगह मैं चला जाऊंगा क ना बेटे तू भी तो किसी का बेटा हैको ना त रो ना और तेरे बेटे की जगह में चला जाऊंगा बस उसके खाट प वो सो गया आए राजा के दूत उठा के ले गए बीच में उसे बैठा

दिया अब उ मां की बात याद आई जब बैठाया उसे अ माने कहा ल के बैठ जाइए बस तिल चार तरफ बोए और बीच में बैठ गया उन्होने आवा लगा दिया आ कर दिया बस वो वहां बैठा हुआ राम राम भजता रहा और बार तो एक महीने में

आवा पका था जब तीन दिन में आवा पक गया कहने लगे भाई आवा तो बहुत जल्दी पक गया आवा तो बहुत जल्दी पक गया खोल कर देखा खोल कर जितना खोलते जा तोम उनकी आवाज आती जा क इसमें तो भूत है इसमें तो भूत है सब डर

खोलते हु पर राजा की आज पालन करना था खला खला क्या देख चार तरफ लंबे लंबे लगरे और बीच में बैठा राम राम जप रहा कहने लगे की जोता वो डल गया बावा तीन दिन में प करेगा बस उसे अपनी बेटी का डोला दिया अधा राज पाट दिया

बस लेक अपने मां के दरा आ गया और सुख से रहने लगे जैसा संक ने उसका भला करा ऐसा सबका करे एक राजा रानी थे रानी कहने लगी राजा साहब किसी का तो नेम ले लो क किसका ल राधा का कृष्ण का किसी का तो नेम ले लो क म तो

ले रखा ना कुमार के दर्शन कर आऊ बातो बातो में देर होई कहने लगे ले तो कुमार भी निकल गया होगा मैं तो जल्दी जाऊ बस आगे आगे तो गधे पर कुमार और पीछे पीछे घोड़े पर राजा खड़ा रहिए खड़ा रहिए कहने लगा आज तो मेरे से कुमार कहने लगा कि आज

तो मेरे से कोई गलती होगी राजा साहब मेरे पीछे आ रहे और आज तो मुझे डंड मि लगा वो तो घबरा गया वोते भागा राजा सा और तेज तेज उस कहने लगे रुक गया जब उसकी जग आ ग मिट्टी खोदने की तो वहा रुक गया क जो होगा

देखी जागी बस राजा साहब भी वहा पहुंच गए हमारा फावड़ा ब देख हीरे जवारा निकले क राजा साहब तुम्हारी किस्मत केना तेरी किस्मत के कहने लगे अधा बाध तो उने अधा बांध लिया लेकर घर को आ गया कहने ल देख नी क्या बहुत धन मा लाया मैं क था ना मैं कथ

ना किसी का तो नेम ले लो एक नेम से जो भी काम करो वो नेम से करना चाहिए मन से करना चाहिए बस आलो राम आलो राम आओ राम बैठो राम गंगा गत लाओ राम जब देखू जब राम ही राम राम सवारे सबके काम ब्रह्मा विष्णु साधक राम जय सियाराम जय सियाराम #sakat #Chauth #kahani #सकट #चथ #क #कहन #bhajan #lyrics #bhajan #India #bhajan #ganga
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