प्रेगनेंसी में अवश्य सुने गर्भसंस्कार भजन | अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं |Krishna Bhajan | Garbh Song

प्रेगनेंसी में अवश्य सुने गर्भसंस्कार भजन | अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं |Krishna Bhajan | Garbh Song Grabh Sanskar


प्रेगनेंसी में अवश्य सुने गर्भसंस्कार भजन | अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं |Krishna Bhajan | Garbh Song

Song ;- अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं
Singer :- Chetna
Music :- Bittu
Lyrics :- Tradittionl

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bhajan krishna [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] अतम केशवम कृष्ण [संगीत] दामोदरम अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम राम नारायणम जानकी वल्लभं राम नारायणम जानकी वल्लभं कौन कहते कते हैं भगवान आते नहीं कौन कहते हैं भगवान आते नहीं तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं अच्युतम केशवम कृष्ण

दामोदरम अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम राम नाराय यणम जानकी वल्लभं राम नारायणम जानकी [संगीत] [संगीत] [प्रशंसा] वल्लभं कौन कहते है भगवान खाते नहीं कौन कहते हैं भगवान खाते नहीं कौन कहते हैं भगवान खाते नहीं कौन कहते हैं भगवान खाते नहीं बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं अचतम केशव

कृष्ण दामोदरम अचतम केशवम कृष्ण दामोदरम राम नारायणम जानकी वल्लभं राम नारायणम जानकी [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] वल्लभ कौन कहते हैं भग भगवान सोते नहीं कौन कहते हैं भगवान सोते नहीं कौन कहते हैं भगवान सोते नहीं कौन कहते हैं भगवान सोते नहीं मां यशोदा के जैसे सुलाते नहीं

मां यशोदा के जैसे सुलाते नहीं अचतम केशवम कृष्ण दामोदरम अचतम केशवम कृष्ण दामोदरम राम नारायणम जानकी वल्लभं राम नारायणम जानकी [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] वल्लभ [संगीत] कौन कहते हैं भगवान नाचते नहीं कौन कहते हैं भगवान नाचते नहीं कौन कहते हैं भगवान नाचते नहीं कौन कहते हैं भगवान नाचते नहीं

गोपियों की तरह तुम ते नहीं गोपियों की तरह तुम नचाते नहीं अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम अचतम केशवम कृष्ण दामोदरम राम नारायणम जानकी वल्लभं राम नारायणम जानकी [संगीत] वल्लभ [संगीत] नाम जपते चलो काम करते चलो नाम जपते चलो काम करते चलो नाम जपते चलो काम करते चलो

नाम जपते चलो काम करते चलो हर समय कृष्ण का ध्यान धर चलो हर समय कृष्ण का ध्यान करते चलो अचतम केशवम कृष्ण दामोदरम अचतम केशवम कृष्ण दामोदरम राम नारायणम जानकी वल्लभं राम नारायणम जानकी [संगीत] वल्लभ [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] याद आएगी उनको कभी ना कभी याद आएगी उनको

कभी ना कभी याद आएगी उनको कभी ना कभी याद आएगी उनको कभी ना कभी कृष्ण दर्शन तो दंग कभी ना कभी कृष्ण दर्शन तो देंगे कभी ना कभी अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम राम नारायणम जानकी वल्लभ नाम नारायणम जानकी वल्लभं अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम राम नारायणम जानकी वल्लभं राम

नारायणम जानकी [संगीत] वल्लभं [संगीत] [संगीत] सजा दो सारा घर आंगन मेरे सरकार आए हैं सजा दो सारा घर आंगन मेरे सरकार आए राने गा रही धड़कन मेरे सरदार आए हैं राने गा रही धड़कन मेरे सरकार आए [संगीत] [संगीत] है [संगीत] करो स्वागत की तैयारी राधा संग आए बनवारी करो स्वागत की

तैयारी राधा संग आए बनवारी राधा संग आए बनवारी युगल जोड़ी है मन भावन मेरे सरकार आए जी सजा दो सारा घर आंगन मेरे सरकार आए [संगीत] हैं [संगीत] [संगीत] सजाओ आरती का थाल सुमंगल गीत गाओ सब सजाओ आरती का थान सुमंगल गीत गाओ सब सुमंगल गीत गाओ सब दिखाने अपने खुद दर्शन मेरे

सरकार आए हैं सजा तो सारा घर आन मेरे सरकार आए [संगीत] [संगीत] है [प्रशंसा] [संगीत] मुरादे होंगी सब पूरी भरेंगे झोलिया सबकी रावे होंगी सब पूरी भरेंगे झोलियां सबकी झोलिया सबकी मिटाने मेरी सब उलझन मेरे सरकार आए हैं सजा दो सारा घर आंगन मेरे सरकार आए राने गा रही धड़कन मेरे

सरकार आए हैं राने गा रही धड़कन मेरे सरकार आए हैं सजा दो सारा घर आंगन मेरे सरकार आए हैं [संगीत] [संगीत] [संगीत] आ जगत त के रंग क्या देखूं तेरा दीदार काफी है जगत के रंग क्या देखूं तेरा दीदार काफी है क्यों भटक गैरों के दर पे तेरा दरबार काफी है

क्यों भटक गैरो के दर पे तेरा दरबार काफी [संगीत] है [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] नहीं चाहिए ये दुनिया के निराले रंग ढंग मुझको नहीं चाहिए ये दुनिया के निराले रंग ढंग मुझको निराले रंग ढंग मुझको चला जाऊ मैं वृंदावन तेरा श्रृंगार काफी है जगत के रंग क्या देखू तेरा दीदार काफी है [संगीत] [संगीत]

ज जगत के साज बाजों से हुए हैं कान अब बहरे जगत के साच बाजों से हुए हैं कान अब बहरे हुए हैं कान अब बहरे कहां जाके सुनू बं से मधुर भूतान काफी है जगत के रंग क्या देखू तेरा दीदार काफी [संगीत] है [संगीत] जगत के रिश्तेदारों ने

बिछाया जाल माया का जगत के रिश्तेदारों ने बिछाया जाल माया का बिछाया जाल माया का तेरे भक्तों से हो प्रीति श्याम परिवार काफी है जगत के रंग क्या देखू तेरा दीदार काफी [संगीत] [संगीत] है [संगीत] जगत की झूठी रोनक से है आंखें भर गई मेरी जगत की झूठी रौनक से है

आंखें भर गई मेरी है आंखें भर गई मेरी री चले आओ मेरे मोहन दरश की प्यास पाकी है जगत के रंग क्या देखो तेरा दीदार काफी है क्यों भटक गैरों के दर पे तेरा दरबार काफी है क्यू भटक गैरों के दर पे तेरा दरबार काफी है जगत के रंग क्या देखूं तेरा

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