सुनीता स्वामी के 7 प्रसिद्ध भजन || Non Stop Bhajan || Sunita Swami Ke Popular Bhajan ||

सुनीता स्वामी के 7 प्रसिद्ध भजन || Non Stop Bhajan || Sunita Swami Ke Popular Bhajan || Sunita Swami


सुनीता स्वामी के सुपरहिट 7 भजन

इन भजनों में से जो भजन आप को सुनना है तो नीचे दिए गए टाइम पर क्लिक करो

00:00 पहले जैसा प्रेम हमेशा कोनी रेवे रे
06:23 राम सुमर ले सुखरत करके
17:33 जुबान जैसी मीठी जगत में
24:58 समय को भरोसा कोनी
36:49 सुता सेर जंगल का राजा
48:33 मत ले रे जिवडा नींद
58:47 लागा रे बाण म्हारे सबद गुरारा

इस चैनल को भी सब्सक्राइब करलेवें सा
@Sunitaswamilive
@Rajvlogs12764
bhajan bhajan ए आर रहमान ढाबा प्रभु कर दो अजय को में मत तोड़ो झाल इस मुद्दे तो फिर ना जुड़े हैं कि पुरूष जोड़े तो हात से पड़ जाता है के नीरवा चंगा अनुसार तोहरे वजह आधे लुट [संगीत] लो [संगीत] ये दिल धड़क फिल्म हमें चाहिए कोई रे तेरा

चेहरा बड़े मां हमेशा सोनी रे मने धर्म थारा धुंध रे वृद्धि फिर बटवड़ो विरुद्ध है चेहरे हां या ना झाला कर दो MP3 कि करते ढूंढता अंतड़ियों द यह फ्रिल टूटे चेहरे का तिघत अंतड़ियों दाल यह फैसला टूटे रे चल रहा नाडिया वर्ष ब्लाउज बुखारे हो तेजल राणा दिया वीरवार तू गहरे गड्ढों

पे हम चांद सुनी रे मने धमा थाना जनकपुरी रे बद्री बुध बटवड़ो विरुद्ध गहरे हैं कि अ अ [संगीत] है नीम चेहरा थारा कड़वा विधायक नवेद तिहरे नीम चेहरा कड़वा मिठाई कि नव तिहरे दूध धोया कोयला उज्जवला की वृद्धि हो गए दूध धोया कोयला ब्लाक्स किरण वृद्धि हो गई

रे लागे अ प्रेम हमेशा कोनी रे ने धर्मधारा झनक मेरे वृद्धि फिर बटवड़ो विरोध के रहते हैं शीघ्र हां हां [संगीत] कि अ अ लुट लो हुआ था दूर एक घर शंखमणि ढूंढूं घर ना रे धुर घर संख्या हुई 12 ढूंढूं उन्हें मायावती ईद मंत्री ने व्यक्तियों

किरदार रे माया देवी मंदिर पहनने भूल गयो किरदार रेशेदार हमेशा कुनी रे ने धर्म थारा जनक अपनी रे बड़ी बातें बटवड़ो विरोध गहरे है [संगीत] वो बोले रानी रूपा देव जी हुकम सिंह रेशेदार बोल रानी रूपा देव जी घं टी ई एम मरे परताप डूबा अमरापुर मेज़ पर ताकि फिगर

पुर मे ज़रूर हम चारों एक मेज़ ने धर्मधारा झनक उन रे बद्री बुध बटवड़ो विरुद्ध गहरे रमनिवास मेरे माता-पिता ने है हैं जिन्हें रच्यो शरीर व दूजो निवारण महाराज गुरुदेव बने तो क्यों भोजन में ऐसी [संगीत] तुझ में है कि कहीं लिए जहर दोनों काम देने को मुट्ठी

अन्न भला तो लहरें को हरियणा निर्भर है [संगीत] कर दो झाल राम सुमर ले अधिग्रहित कर लेता मत सुमर ले सुकरत कर लिख आ गए गेहूं डोलवे लोहे चित्तौड़ महान वीर रिक्त तूणीर वे लोग देख सकें तो ते तुम मानवीर तुम्हारे जावे लो कर ले नहीं तो [संगीत]

मैं तेरे को एक बात बताओ तुम कौन हो मैं तुमको अजय को को मात पिता द्वारा प्रयुक्त ने तुम का जन्म हुआ था क्रॉच जैसा ना कि सलमान इन थे कर लोगों से वफाओं ने वाकल सेवा पावों मे वक्त जनमत सफल हो जावे लो यह सच कहें तो थे तुम्हें वीर रिक्त तूणीर

वेल और रावत मरले मुक्त कर ले लें मुक्त कर लें ड्राइव ए लोफ चित्तौड़ महान वीर रिक्त तूणीर वे लोग देख सकें तो ते तुम मानवीर तुम्हारे सर्वे लो ले लो लुटी 351 देख सकेंगे इन थी तहुं तारे से [संगीत] की प्रॉब्लम अजय को ए स्मॉल लिटिल अहम थे डुब ब्लुटूथ [संगीत]

अजय को [संगीत] और सुनाओ 12345 नाथ जिन अधिक बुढापे नुरुल हर तीन धर्मों ने भारत कि नारी ले लो मर जावे लो चित्तौड़ महान वीर रिक्त तूणीर वेलु रावत मरले मुक्त कर ले लें मुक्त कर ले लो यह सखे कि बच्चे तुम हाल ही ऋतु मेरे जावे लो

चित्तौड़ मानवीर तोहरे दावे लो नियुक्त कर लें वितरित करते हुए [संगीत] अजय को हुआ था कि जब तक कि है दुनिया खर्च आता है [संगीत] कि तुम फिल्म खर्च की है दुनिया सारी शुभकामनाएं का सपना था और अंत मे जावेद अख्तर खन अकेला जाता रे माया रे माया रे

आखिर मे पछतावे सिलेक्ट यह सच के तोते उड़ मानवीर रीतियुग दावे लो राम आपके लिए अधिकृत कर लेता मत मरले सुकरत कर लेट आ गया बुड्ढा वे लोग चित्तौड़ महान वीर रिक्त तूणीर वेल और चित्तौड़ मानवीर सूनी रह जावे लो कर दो [प्रशंसा] [संगीत] कर दो और सुनाओ अजय को

लुट चंद्रमा गंभीर व सत्संग का फल मीठा जैसे ही कुछ तुम कहो कुछ हम समागम की रॉड जाऊं रे सतसंग ताजा फल मिठाइयां आदि त्यौहारों नंबर लुटेरे गया अजय को लुट दास भगत गहने मिल ध्वज मारो देश भगत कि मिलकर समारोह वीरवार नहीं आवेलो कह सकते तो तुम्हारे लिए वीर रिक्त तूणीर वेल

और रावत मरले मुक्त कर लेता ले मुक्त कर लें आगे इंडोर वे लोग यह सके तो तुम्हारे लिए वीर रिक्त तूणीर वेल और चित्तौड़ मान विपरीत रेलवे लो कर दो क्वेश्चंस पेपर ही नजर चुपके चुपके पानी अच्छी तरह अच्छी तरह तब दाणा मर गए सब झंझाल छुड़ाया जो राज ने जो-जो समझदारी

पहचान करें तो बार आरज़ू ने [संगीत] है तब द्रव बराबर धनियां [संगीत] के जरिए जाने कोई वालों हीरा तो दाणा मिले सबद कोई मोल ना तोड़ मत रो मत कि अ झाल लुटेरे कुतुबुद्दीन मीठी जगत मे ज़ुबान देती आई क्या हुआ था मतलब फिर भटकता मुद्दा ही लोगों को

और अधिक पढ़ें हुआ था पति पति पति बर्तन [संगीत] race3 आइडिया था कि रॉबर्ट मुद्दा ही हुआ था कि [संगीत] [संगीत] MP3 [संगीत] कर दो [संगीत] लुटेरे हलधर बढ़ता ब्राह्मण ब्रह्मचारी हुआ था डुबोकर तेरी रखना लुधियाना रे [संगीत] ढूंढे अंधियारा या फिर भटकता आरोप है MP3 [संगीत]

अब तक कुंवारे यह कम दारिया थे मिठड़ी हो पर धप्पा कर लें कुछ मिनट लड़कियां जारी हुआ था कि जन्नत जैसी आई क्या हुआ था फिर भटक सकता है मैं तेरा हीरो क्या हुआ था उस नजरिए में रहना चाहिए मछंदर जति गोरख उद्देश मीठी जुबान जैसी ही है

लुट हंस मत ना फिर भटकता मुद्दा हीरों क्या हुआ था विरुद्ध है क्यों क्या हुआ था है शीघ्र है और एज वाराणसी रॉय दो दिन पलट ताऊजी ना लागे ई ई है इससे जिंदगी के फेर में है कि नर चेत तिरछी 93 है अजय को है और हर चीज तत्काल धो लें

क्या बोलें चाव तो तुरंत घने की प्रॉब्लम दियो पता खेल सोमवार को झाल अजय को की रिपोर्ट कि एक बात कड़वी है लेकिन ध्यान में बता दूं कि आपने पुरुषार्थ करना है तो अभी घर के बाद में घोड़ा चारणों बंद करते आंखें बंद कर दे सुनो बंद कर दे और कोई आपने वापसी

के रिकॉर्ड बदलाव ला मार्टीनियर मतलब है समय सदुपयोग करो तो आओ बहुत ही सुंदर रचना है ध्यान लगा पा जावे जावे रे अपने को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे अधिक प्रेगनेंसी रात कि हर जावे चीरवा जावे समय

को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे रे कि गुरु वशिष्ट महामुनि ग्यानी लिख बांधता वे टी ई एम जनगणना में जावे किस्मत पलटी खा वे दुरुस्त महामुनि ग्यानी लिखवा तक बतावे इरम जंगल में जावे किस्मत पलटी खा

वे राजा तक प्राण त्याग हो राजा ने सिर्फ प्राण त्यागते समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे का क्विक रहेगा तेरा तू फिर हार जावे कर दी तने का युवराज सिंह हार जावे समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे समय को भरोसो पानी

कद पलटी मार जावे राजा हरिश्चंद्र रानी तारामती रोहित तस्वीर वे इस खेल रचो में दाता तेरे नो फीडबैक जावे राजा हरिश्चंद्र रानी तारामती रोहित अपने कमर कहा वे यह तो खेल रच्यो मेरे दाता तीन ठीक जावे तय तय तय समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे

समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे गंदे गने नावे आज तक दृढ के एगो श्रुति ने हार जावे समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे राजा की बेटी पद्मा अहीरवाल वे ओर जार जंगल में मर गए हों मत पलटी खा

जावे राजा की बेटी पद्मा कहीं जैन मोहल्ला परिणाम वे कुमार जंगल में मर गए हों किस्मत पलटी खा वे सुनहरे स्थिति हॉट महल बंधन की तीन टीमों को मदर बड़ा खेड़ा समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे समय को भरोसो पानी कद पलटी मार जावे कंधे में हार जावे तो कतई नहीं

व्यक्ति मेह समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे राजा भरथरी रानी पिंगला ग्लू सुख पावे शिकार खेलने राजा भरतरी जंगल माह जावे राजा भरथरी रानी पिंगला ग्लू सुख पावे शिकार नुदे राजा भरतरी जंगलमा ही जावे गोरखनाथ धो लें काम लिए आइहो गोरखनाथ गुर्दे शामिल

लिया भी बढ़ जावे समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे कंधे तिरहार जावे जावे समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे रे एक सच्चा गुरु कहे ममता की वाणी अमृत रख

बर्ताव ए आरोप मढा को योनि मां ने सिर भिगोता वे गुरु कहे ममता की वाणी अमृत रख बर्ताव ए आरोप मढा को योनि मां ने फिर गांव था वे हरिद्वार तक लिया पूरा हो हरिदास तुम लिया पूरा रामदास रच्यौ समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे समय को भरोसो

कोनी कद पलटी मार जावे आज का दैनिक बनेगा ढुढ़ने हार जावे समय एक तोतले हार जाएं मेह समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे राजा जोगी अगुनर है में जहरीली उल्टी ई एम तुमको डर तरह हो परशुराम जी थोड़ी बाड़े प्रेरित जल जोगी

जमा राशि अग्नि से अलबत डरना भूल चूक महाराज जी को भरोसो कर दिया ना करना चाह रहे तो भजन अपने ग्रंथी भाई और बिना रे बड़ों का अवैला सुझावों और ग्रहण कर जो सा दूध [संगीत] चाहिए उस जगह चाहिए राजा जोगी अगली जलते पिछला गाना ना चाहिए

ए राजा जोगी अगुंठी जल से पीड़ित लगाना चाहिए अ हुआ है को बिलकुल अच्छी तरीके से मस्तिष्क आघात लगा बड़ा बनाना चाहिए भाई भक्त लगाना चाहिए पर नारी के सपने में भी हाथ लगाना चाहिए पर नारी के सपने में भी हाथ लगाना चाहिए घूमता लात लगाना चाहिए अरे भई लागे

चाहिए न कि मुझे जाकर तो तिब्बत बणा चाहिए न कि महज उसका युधिष्ठिर भ्रमण आना चाहिए था अश्लील सुकेतु परमेज़न मुक्त अनुसार ऊपर चुगली घारणा चेयर भई डुबो लें खाना चाहिए राजा जोगी अगुंठी से फ्री संग्रहण आना चाहिए राजा जोगी ने जल से पीड़ित लगाना चाहिए ना

हो रही है अरे भाई उच्च इज्ज़तदार आना चाहिए राजा जोगी अगुंठी जल से तीन गुणा नाचे ढक राजा जोगी अगुंठी जल्द दाणा चाहिए अ आज हम दो झाल और सुनाओ कर दो लुट दांत कि अब मैं हो चुके सुधीर व और सुनाओ चाहिए यह भाई किधर लगाना चाहिए

आपके बुआ बावड़ी श्रद्धालुओं पर केरला गाना ना चाहिए बाड़ी रखता हु पर केरल लगाना चाहिए चाहिए चाहिए मुक्तिपथ पनीर छाती के पैर लगे ना चाहिए मतलब पनीर छाती के पेड़ लगाना चाहिए सब मिल-जुल चाहिए चाहिए ताजा जोगी अब दुनिया जल से फ्री कॉल लगाना चाहिए राजा जोगी अगुंठी जलते tri-colour दाणा नाचे रे

[संगीत] मैं जब तक जिंदा भिलाई झाल सही ढंग राजा जोगी अजय जल से पिछला गाना चाहिए राजा जोगी अगनी जल्द दिलवाना चाहिए थी कि अ कि कल धीर व कि के दिल पर चोट लगाना तेल कि निरालपुरा सके जान उच्च के होटल लगाना चाहिए निर्भर आपके जान उच्च के होटल लगाना

चाहिए दूध छोड़ कर मत लगाना चाहिए भाई होटल लगाना चाहिए जुआरी वेश्या के घर लूट लगाना चाहिए डुबो परिवेश आपके घर लोट लगाना चाहिए शोर मचा नाचे नाचे तु राजा जोगी अ गुनगुने जल से प्रीत लगा गाना चाहिए राजा जोगी अब घने जल से पीड़ित लगाना चाहिए मुझे भाई

उन्हें राजा जोगी अगुंठी जल से पीड़ित लगाना चाहिए राजा जोगी अगुंठी जल्द एक पिछला गाना चाहिए ओ कर दो कि बिन अधूरे भूल न जाना चाहिए भाई 19th जुटना चाहिए दुश्मन के घर जा चुके रोटी भिलखेड़ी नाथ ढलती दुश्मन के घर जा चुके रोटी भूल कर खाना चाहिए चाहिए चाहिए

और हरिनारायण राय अवधारणा भूल के दाणा ना चाहिए हुई एक रामायण नागाणा भूल के राणा चाहिए चाहिए नाचे ए राजा जो भी अ गुनगुने जल से दूर तलक प्रणाम ना चाहिए राजा जोगी अगर जल्द दूसरी तन राणा चाहिए ना हो रही है अरे भाई कुछ

हां यार सही लिए राजा जोगी अगुंठी जल से पीड़ित अनिल राणा ना चाहिए राजा जोगी अगुंठी जल्द दाणा चाहिए तब लगाना चाहिए फिर चलेंगे ना चाहिए स्तुति करो ओर तने हुए दो बसें वीराने में खड़ा जो तोरण आवेंगी घड़ी गई थोड़ी रहे हैं [संगीत] कि थोड़ी लक्षण जार में

इस तरह न कृष्ण अटवाल धर्म अथवा जुए वजह से [संगीत] में मत ले रे जीवड़ा नींद है अमीर नींद हरामि थोड़ा जुड़े खातिर कईं सोवे थारा घट में ब्लुटूथ मत मे झाल निर्भया मीडिया ही अच्छी तो थोड़ा जेल अधिकारी आवे रे [संगीत] MP3 तो घाट में मुर्गी ढेरों भिड़े ढेरों

पर भर दिव्य ना तू क्यों सोवे मत ले रे सुधीर थोड़ा विनर खातिर सैयद जावेद मीडिया था दादी डेल्टा-1 रे तेरा घाघरा यह सारी न करें रोय दो लुट लुट मिले थे जहां रे हाउ टो एड मे भारतीय जनता पार्टी ने नक्शे दिवस आधी नींद है

अच्छी तरह आराम हुए दो थोड़ा खजूर और खातिर कईं सोवे उद्दिष्ट जहां यदि यहां यहां पर [संगीत] में हारे तो भट्ट हुए 25 चंद्र और बुध चंद्र ऑब्लिगे रोक पंजाब होवे रे है अच्छी तरह आराम लें थोड़ा धीर व अच्छी तरह व्वे तैयारियां अच्छी तरह यौन चेहरे तो

मिनट हुए दंभ क्रॉस है समुद्र और है अब इन अपना वे दो झाली हमने थोड़ा नियुक्त जहां रहने को विवश हैं अच्छी तरह आराम लें थोड़ा दिल धतीर तैयार वे तीव्र प्रभाव है यह कहते तब इन झाल दाण बदले राम निवास धो लें अंधेरे में प्रयोग हुए दे दो

ब्लुटूथ मत ले रे जीवड़ा नींद हरामी नींद हरामि थोड़ा धीर वे चीफ दाणा सेओ रा दाणा ओ [संगीत] हुआ है ओम गुरुवे नम आंखें देर तक और गुरु बिना देता था वह नान हराम कह पूरा हो कर दो कर दो कि लागा रे बाण मारे शब्द गुरा रा तब मुद्रा

हुआ था घायल हुए जारी ऐड बात आण दो हुआ था लुट लुट लागे उभरे तब महाराज युधिष्ठिर द्वारा हल गोलमेज़ वादा पर ने पीड़ित झा ने मीडियम साइज के नारे मैं तुम्हारे पास आ फिर पूरा पूरा झुक जाता है को नेशनल मीडिया थे वहीं मुधबन लाती थी वहीं धवन धीमा स्नान

झाल लुट लो का संगम है ल मे साथ यौन ताल धाबी छोटे तक मीडियम उदारी पाता है कि अश्लील आर रहमान हरे प्रॉब्लम राणा तब मुद्रा बॉईल गूंज साड़ी मेज़बान दाणा ओ [संगीत] कि मैं तुम्हारे पीछे ने कतर लूप बूलों ग़ज़लें बूढ़ों नामांतरण आमरे आधा आराम आराम से

झाला का ता रहमान हर्ब मुद्रा प्रदूषण आरा घायल हुए शाहरुख वादा है कर दो #सनत #सवम #क #परसदध #भजन #Stop #Bhajan #Sunita #Swami #Popular #Bhajan
Sunita Swami More From Bhakti.Lyrics-in-Hindi.com

Leave a Comment