LIVE: श्री राम रक्षा स्तोत्रम् | Shri Ram Raksha Stotra Full with Lyrics Bhakti Songs Hindi
श्री राम रक्षा स्तोत्रम् | Shri Ram Raksha Stotra Full with Lyrics
🙏 Welcome to our spiritual journey with the sacred “Shri Ramraksha Stotra,” with lyrics in the divine voice of Shri Atul Kumar Mishra. A powerful Sanskrit Strotam dedicated to Lord Rama. This ancient Sanskrit hymn is revered for offering protection, bringing peace, and enhancing devotion. Perfect for daily meditation, prayer, and spiritual upliftment. 🌼
🕉️ **About Shri Ramraksha Stotra:**
The “Shri Ramraksha Stotra” is composed by the great sage Budha Kaushika. It is a profound devotional chant that glorifies the life, virtues, and powers of Lord Rama, an incarnation of Lord Vishnu. The verses in this stotra are considered to be a shield, protecting devotees from worldly troubles and guiding them on the path of righteousness and Dharma.
🙌 **Support Our Channel:**
If you find our content helpful and enriching, consider supporting us by subscribing to our channel @merebhaktisongshindi Your support helps us create more meaningful spiritual content.
🕊️ **May the divine grace of Lord Rama be with you!**
🙏 Jai Shri Ram 🙏
Music and Visuals: @merebhaktisongshindi
Voice: Shri Atul Kumar Mishra
Watch Krishna Bhajan:
Watch Shri Vishnu Aarti :
Watch Shri Durga Aarti :
Watch Shiv Aarti :
Watch Shri Ganesha Aarti :
Watch Shri Hanuman Chalisa:
Watch :
Watch:
#ramrakshastotra #ramstuti #ram #raksha #strota #jaishreeram #ayodhya #rammandir #ramram #jaishriram #sitaram #rambhajan #bhajan #bhakti #bhaktisongshindi
श्री राम रक्षा स्तोत्रम्
ram raksha stotra
jai shree ram
ram raksha stotram
ram stuti
ram raksha stotra with lyrics
ram
shri ram
lord rama
ram bhajans
bhakti songs
ramnavami
shri ram raksh stotra
shree ram raksha
devotional
ramraksha stotra
ram navmi bhajans
ramanavami
shree rama rakshaa stotram
ram navmi songs
rama songs
ram bhajan
राम भजन
ram song
ram raksha stotra in hindi
shree ram raksha stotra
ram pooja bhajan
ayodhya ram mandir song
full rama raksha stotra
ramayan
jai shri ram
ram mandir ayodhya
ram mandir pran pratishtha
श्री राम रक्षा मंत्र
ram raksha stotra full
bhajan lyrics [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीता राम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायू त शर धनुष बध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत]
मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोटि प्रस्तर म अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत
तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने श का मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं
नाम जावदा शय सुग्री वेश कट पातु हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क पा जंगे दश मुंत पाद विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण चारण रक्षम राम नाम भी रामेति राम भद्रे
राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामे दम यो राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा
नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारिन पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मता रक्ष कुल निता प्राय तानो रतम आत सज
धनुष वया शगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पातु स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रतम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय
पराक्रमा इता नि जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर ता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण
रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सागना श्री रामचंद्र
चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्व स्वमे रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये
मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मता वषम ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स नाम राम रामेति गर्जन रामो
राजमणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्रनाम त तुल्य नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायू त शर [संगीत] धनुषमूवी मुख कमल मिल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति
ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल जगत आवि भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम
दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि क भरत वंदित दिव्या यु पातु भज भगने का मु सीता प पातु हदय जाम मध्यम पातु रव ना जाम सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कत जाननी से ज दश मुत
श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजयी विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र
मंत्रण नाम रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तर रूप
संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज धनुष सुशा वया शगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता
सध कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन
संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वासस स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम
राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मन सा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो
मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत]
कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता परम दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स नम राम नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति
रमे रामे मनोरमे सहस्रनाम त तुल्य राम नाम राने इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] आज श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम
ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन स्थ पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यान चरितम रघुनाथ शत कोटि प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन
जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत आर भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु
कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने का मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम म पातु खरं नाभि जावदा शय सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृ पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो
खिल ताम राम बलो पता रक्षा यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय पाताल भूतल चारण दम चारण न दष्ट सताते रक्षम राम नाम रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व
सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो
दशरथ भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज धनुष विष वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खगी चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ
शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जपन नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम दिव्य नते संसार ण नरा रामम
लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्तिमंत कुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम
श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागना श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता राम मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा
पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कार्य रूपम करुणा करम तम श्री राम चंद्रमण प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध
पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत] मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल मम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल जगतराम आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कंध दिव्या युध पातु भुजो
भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पाखरं ना जावदा सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खिल बक ताम राम बलो पता रक्षम यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री
विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षम राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो
राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विरा सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो
ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनु वया सुग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स
लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम
लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणाम गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा या नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता
ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने
दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जन कामजानु स्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली शरणम प्रपद्ये कजंस आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अपहर्ताओं श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम [संगीत]
अर्जनमैक्स रामम रमेश भजे रामना भिता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत]
मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दत मुर जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम लील जगत ात
आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भग मु करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाम
जावदा सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृ पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो रक्षम यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म
चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे रामचंद्र वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते
जय मंगलम आदि वान यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशालाक्षी कृष्णा नारो फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना
श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रघ उत्तम आत सज धनुष विष वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो यवा गन मनोरथ स्माक राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण
कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रम इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्मा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम
करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो
मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागना श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम
रण रंग धीर राजी जीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भुय नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रामे चित्त तल सदा भवतु में भो राम मामरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे
सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीता रामचंद्र देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम
ध्यायू त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्या चरितम रघुनाथ शत कोटि प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन
जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं
दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पाखरं नाम जावदा सुग्री क पा सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत
स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण चारण ते रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रितम यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम
स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो
ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनु रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष विस वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सन कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स
लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य रघ उतम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम
लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावताराम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्तिमंत कुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम
श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागमोर सा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा
पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री राम चंद्रमण प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] म दूता नाम राम रामेति गर्जन रामो राजमणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामे भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर
तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप
छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रभ नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति
ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में राघव
पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पा कंठम भरत वंदित स्क दिव्या युध पातु भुज भगने कामक कर सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना जाव सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी
सेतु क जंगे दशमत विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चार न दृष्ट मप शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत
जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षा माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन
प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूला शिनो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सैतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रघ उत्तम आत सज्ज धनुष वि सुष वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा
ग्रत पति सदैव गता सनद कव खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता जप नित्यम भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम
दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज
राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों बच सा गणा श्री रामचंद्र चरणों शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में
रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव त्रमं नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल
आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स तस्म नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुलम राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्या ध्या द जानु बाहु र धनुष बध
पदमासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम रामचंद्र चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत आर भूतम मजम विभ राम रक्षा प प्र पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो
सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खर ध्वंस नाभि जावदा श्रय सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु रामो खलम बप ताम राम बलो पता रक्षा यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय पाताल भूतल चारण चारण न दष्ट शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे
वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र ते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा
नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज धनुष विस वया सुगन
संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पातु स लक्ष्मण रामो दस शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध
वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम अव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथा
सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श चंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच साग नाम श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत
पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे तू जन कामजानु यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वषम तात्मेटली [संगीत] [संगीत]
भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनु छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान
केलकम श्री राम चंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियो अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडन रामचंद्र इति
ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्रविट एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में
राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य दशो पातु विश्वामित्र प्रिय ण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या नि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं ना जावदा सुग्री क पातु सनी हनुमत प्रभु उरु
रतम पातु कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्रीद पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे
रामचंद्र तिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अवता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक
आरामा कल्प वृक्षा विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिनरो फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत
सज्ज धनुष वि सुष वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गच्छ काम सनद कवच खड़ग चाप बाण धरो युवा गच्छ मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दाश रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ
श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध यान वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वास समम स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार नो नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे
लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा या नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत]
गणामृता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम
जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम शी राम दूतम शरणम प्रपद्ये कुजमन मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स द विजयते रामम रमेश भजे रामे भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन
नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्रनाम तत् तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्रीराम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप
छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत] मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति
ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चर स्वल जगतु आर भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव
पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भगने मु करो सीता प पातु हदय जाम मध्यम पाव ना जावदा सुग्री क पातु सनी हनुमत प्रभु पुरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क
जंगे दश मुत पाद विषण श्री पातु रामो बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्म सताते रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नाम नाभि
रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सिध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न
सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला र कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष सर्व धनुष मता रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष वया शग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सध कव खड़ग
चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पातु स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा
मोतीन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्या मलम शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम
रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणं भव राम राम श्री राम चंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागना श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो
मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंगधी राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम
श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा [संगीत] हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] दसम हम रामे चित तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामे ती रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौश श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु धनु बध पद्मासन पीतम वासो
वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत] मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोटि प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल या जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति ण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्क दिव्या युध पातु
भज भगने का मुक करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पाखर ना जाव वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्रीदा पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे
पाताल भूतल चारण छम चारण दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे ति राम चंद्रे तिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने
राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारनो पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम
लक्ष्मण शरण सर्व सवाना सर्व धनुष मता रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा
अनु चरो बली काक पुरुष पूर्ण लयो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्मा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्व रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम
करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन रा राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री
रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा राम चंद्र सर्वस्वम रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये
मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मा जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कुजमन मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे आपदा अपहर्ताओं श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स यम दूता नाम राम रामेति गर्जन रामो राजमणि सदा विजयते रामम रमेश भजे
रामना भिता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्रनाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र
प्रसन्नम वामा का सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत ात आर
भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या पातु कंठम भरत वंदित दिव्या युध पातु भुज भगने सकार मुक करो सीता प पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना
जाम सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क जंगे दश मुंत विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप सताते रक्षित राम
नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र ण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान
प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम रामः श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो
रतम आत सज धनुष वया सुगन संग संगो रक्षय मम राम ग्रत पति सदैव गता सन कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय
पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध यां वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वास समम स्वंती नाम भर दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय
राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रणक कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि
श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मार यस्य तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये
मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स तस्म नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा
भवतु मेंे भो राम मा मुथरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम राने इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीता राम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान
केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अध्या ध्या द जानु बाहु र धनुष बध पदमासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम रामचंद्र ध्यान चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक
अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल जगत आर भूतम मजम विभु राम रक्षा प प्रा पाप अगनि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय
शति ग्रणम पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं ना जा सुग क पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृ
पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजयी विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षम राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे
भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रितम यह कंठे धार तस्य करस्थान नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री
लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्र दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष वि वया सुग संग संगन रक्षय मम राम
लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पात स लक्ष्मण मो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रम इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध
वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस सु वंती नाम भव्य नते संसार मम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम
रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागर नाम श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र
स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका आत्मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत]
भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम राने इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्र देवता अनु छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान
केलकम श्री राम चंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियो अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडन रामचंद्र इति
ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्रवे तरम एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आवि भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव
पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु विश्वामित्र प्रिय घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने श कामक करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं ना जावदा सुग्री कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु
रतम पातु कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्म शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे रामचंद्र वा
स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा
विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मता रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज्ज
धनुष वि सुष प्रशा वक्ष या शगन संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गच्छ दम सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गच्छ मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ
श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जपन नित्यम मत भक्त श्रद्ध यान वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा क्म पीत वास समम स्वंती नाम भर दिव्य नते संसार नो नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु तम विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत
मूर्तिमंत कुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा या नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री राम चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत]
गणामृता नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव त्रमं नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र
शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्य श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम
अर्जनमैक्स मण सदा विजयते रामम रमेश भजे रामे भता निशाचर चम रामाय तस्म नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कश विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत]
संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायू त शर [संगीत] धनुषमूवी नाना अलंकार दीप्तम दध मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति
ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्रविश तरम एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चतम स्वल जगत आर भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम
दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या यु पातु भुज भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरसी नाभि जावदा शय सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु
रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृ पातु जंगे दश मुंत पाद विभीषण श्री पातु रामोल राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण दम चारण न दृष्म सताते रक्षित राम नाम रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च
विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस कर सर्व सिध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी
सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महाबल पुंडरीक वि चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निताय तानो रतम आत सज धनुष वया सुगन संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सन कव चाप बाण
धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पात स लक्ष्मण रामो दस रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधाम पुण्यम प्राप्ती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वासस
स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार न नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं रा भव रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज
राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागना श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में
रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रणर धीर राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री
रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] दासो हम रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र
स्य कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थ श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत] मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार
दीप्तम दत मुरू जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोटि प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित
प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में राघ पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति ग्रणम पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाभि जावदा सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत
प्रभु उरु रघु ममर कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा तो जंगे दश मुंत क पादो विभीषण श्रीदा पातु रामो खिल बक ताम राम बलो पता रक्षम यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजयी विनय भवे पाताल भूतल ब्योम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी
रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अव्यावहारिक ह तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा
नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा श्रे सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष सु वया सुगन संग सिनो
रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सध कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध
वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघु
नाथाय नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंद न राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो चच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये
माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में राम चंद्रो दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर
युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जन सुख तर्जन यम दूता नाम राम रामेति गर्जन रामो राज मणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना
भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस म तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र
मंत्र बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान लक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा
भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष तम जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत ात आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप
अगनि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खर धंसी नाभि जावदा श्रय
सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पाद विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण दम चारण न दृष्ट मप शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे रामचंद्र दिवा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च
विंद जगत जै त्रेक मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान
प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष वियाग संग संगन य मम राम लक्ष्मणा ग्रत
पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काक पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रतम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा पनोती न
संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार न नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणाम गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया
पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सागना श्री रामचंद्र चरणों शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता
रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे तू जनका आत्मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत]
मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स रामाय तस्म नमः राम नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति
रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ
ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एक कम अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन
जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि
पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु जा म मध्यम पातु खरं ना जावदा सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु
रामोल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप सताते रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम
नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अव सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न
सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्र दशरथ भतरो राम लक्षमण शरण सर्व सवा नाम श्रेष सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष विस वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सन कवज खड़ग चाप बाण
धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पातु रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्मा पीतवा
स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज
राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सागना श्री रामचंद्र चरणों शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणों शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्व स्वमे
रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि [संगीत] करतम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ वाता मजम वानर युथ मुख्यम श्री राम
दूतम शरणम प्रपद्ये कु जतम राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्रीराम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] मारा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्रनाम त तुलम राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम
रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायू त शर धनुष बद्ध पद्मासन पीतम वास वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम
वामा काढ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटी प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम त्वा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल या जगत
तुम आवि भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य दशो पातु विश्वाम प्रय घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या नि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने श का मुख करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु खरं ना जावदा सुग्री कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप
सताते रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे रामचंद्र वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रितम यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने
राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व
धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रघ आत सज धनुष वया शग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कव खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काक पुरुष पूर्ण कौसल यो रतम वेदांत वेद यज्ञ पुराण पुरुषो
जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणाम गु निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय
श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्रीराम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो
मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव त्रमं नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र
शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मा जम वानर युथ मु श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कजम राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स मणि सदा विजयते रामम रमेश भजे
रामे भता निशाचर चम रामाय तस्म नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्रनाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बु विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य
बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स्पर्म प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना
अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्रविट एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाण चरत स्वल जगत आर भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में
रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्क दिव्या पातु भुज भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाम जावदा शय सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत
प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृ पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षम यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम
भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर स्था सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक
आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडर विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारनो पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज धनुष विस वया
सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कव खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय
पराक्रमा इत्य तानि जपन नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वास समम स्वंती नाम भर दिव्य नते संसार ण नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण
रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच साग श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री
रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रंग धीर राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री राम चंद्रमण प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम
वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल पादाम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु
मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत
अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायू त शर धनुष बद्ध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्पर्म प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ कोटी प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा
पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य दशो पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति ग्रणम पातु मख
त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खर धंसी नाभि जावदा शय सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो
खिल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण चारण न दष्ट शते रक्षम राम नाम रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व
सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षा तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो
तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व श्रेष सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास र शूरो लक्ष्मणा
चरो बली काक पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध यात अश्वमेध कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम ण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम
करुवंथा राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनायका या पतय नमः श्री राम राम रघु नंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र
चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जन कामजानु स्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये
मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कजत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बीजा नाम अर्जन संपदा तर्जन
यम दूता नाम राम रामेति गर्जन रामो राज मणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामे भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मामरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे नाम तुल्य राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनु नलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या जानु बाहु त शर धनुष बद्ध
पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन
जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल या जगत तुम आवि भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि
पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव नाभि जावदा सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क पा जंगे मुंत पादो विभीषण श्रीदा पातु रामो खिल बप ताम राम बलो पता रक्षा
यह सुकृति पठठे स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे रामचंद्र वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य
करस्थान जर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदि वान यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी मान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल
मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष वया सुग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खडग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम
पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम
लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणाम गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ नयम श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज
राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणं भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरण वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम मेंे रामचंद्र
दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता परम दातार
सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर जनम भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स च चम रामाय तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु र धनुष बध
पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत] लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन राम चंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्रस्तर एकैक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य दश पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं
दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुक करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खर धंसी नाम जावदा शय सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत सिराय सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे
रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे ति राम चंद्रे तिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने
राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण
सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज धनुष विस वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पातु लक्षमण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली
काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जपन नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पत वासम स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम
करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री
रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणों शरण प्रप माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन
लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कार्य रूपम करुणा करतम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] मामरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु र धनुष बध
पदमासन पीतम सो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत] मुख कमल मिल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्ली जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु विश्वा मि प्रय ण पा मखता मुखम सौमित्र वत्सल विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित
स्कंध दिव्या युध पातु भज भगने शक मुख करो सीता प पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना जाम सुग्री क पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघ पा रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कतो जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठ स
चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण दम चार न दष्ट शते रक्षम राम नाम भी रामेति राम राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर
नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर
कृष्णा जिना फल मूला शिनो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता यता आत सज धनुष वया शग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पात
स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञ पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम
लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणा गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज
राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नव जाने न जाने
दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव त्रमं नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर यु मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य
कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स मोराज मणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम
मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे
श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत] मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्रस्तर
एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण नत चरत कम स्वल जगत आर भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण
पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्क दिव य पातु भज भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाम जावदा सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृ पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु
रामोल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण दम चारण न दृष्ट मप सक्ता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नाम
नाभि रक्षित यह कंठे धार कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा
बलो पु क विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारिन पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हता तानो रतम आत सज धनुष विस वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव
गता सनद कवच खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जपन नित्यम मद भक्त श्रद्ध या वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा
नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलक क राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम
राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों चच गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र
स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका आत्मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] आपदा अपहर्ताओं
श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रामस दासो स्मह रामे चित तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायू शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार
दीप्तम दत मुरू जटा मंडन राम चंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्र विस्तर एकैक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगतराम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग
पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो राव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पाखरं नाम जावदा सुग्री क पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम
पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण रण न दष्ट शते रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण
नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम क्म माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम
सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सु कुमारो महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारण पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज्ज धनुष वि वया सुगन
संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवच खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पातु स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काक पु पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय
पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा राम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय
राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा या नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सा [संगीत] गणामृता नमामि श्री रामचंद्र चरणों शरणम
प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली
[संगीत] [संगीत] सुख संपदा तर्जन यम दूता नाम राम रामेति गर्जन रामो राजमणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम माम उत्थरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध
पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि वामा काढ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जान लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण
धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्स विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्क दिव्या यु पातु भुज भगने सकार मुख करो
सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना जावदा सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघ उतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क ज दश मुत पादो विभीषण श्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे
पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे रामचंद्र वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति चंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम रक्षित यह कंठे धार्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम
आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ
सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रघ उत्तम आत सज धनुष विष वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण
कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य नि जपन नित्यम मद भक्तमधु मेधा कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वासस स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु तम करुणा नवम गुण निधि विप्र प्रियम
धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम
श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरण चच सा ग्रम श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वाम त जन मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम
रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता परम दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम [संगीत]
अर्जनमैक्स नि चर चम रामाय तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र
प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रविट एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत
तुम आर भूतम मजम वि राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति हदय जाम मध्यम पाखरं ना
जावदा सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कपा जंगे दश मुंत पाद विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षम सुकृति पठ सरा सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित
राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रितम यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम
रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप बचा पुत्रो दशरथ भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष सर्व धनुष मता रक्ष कुल
निता तानो रतम आत सज धनु सुया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कव खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम स लक्षमण रामो दस रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय
पराक्रमा इता जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार न नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण
रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वे से रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सा गणा श्री रामचंद्र
चरणों शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणों शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्रमणि करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये
मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु शर धनुष बध पद्मासन वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी [संगीत] [संगीत] नेत्रमणि
चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगतराम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य दशो पातु विश्वामित्र
प्राणम पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या नि पातु कंठम भरत वंदित स्कंध दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना जाव सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम रक्ष कुल विनाश कत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु
रामोल ताम राम बलो पता रक्षा सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण चारण दष्ट शते रक्षम राम नाम रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नाम नाभि रितम यह कंठे धार
तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा क वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम रामः श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक
विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूला शिनो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता य तानो रघ उत्तम आत सज धनुष वि वया शग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज
खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय
रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकम करुणाम गुण विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय राम चंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम
रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में
रामचंद्र दयालु नारम जाने नव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये
कुजमन मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स मण सदा विजयते रामम रमेश भजे रामे भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे
चित तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्रनाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान
केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्पर्म प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्र
विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाण चतम स्वल जगतु आर भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख
त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या यु पा भज भगने का मु करो सीता पति पातु हदय जाम मध्यम पातु रव ना जावदा सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क पातु जंगे दश मुखा पाद विभीषण श्री पातु
रामो राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण दम चारण न दृष्म सताते रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित
यह कंठे धार तस सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कोशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो
पुंडर ला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारनो पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज धनुष वि सुष वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता
सनद कव खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पातु स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जपन नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम प्रप नोन
संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणाम गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलक राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया
पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागना श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत
पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत]
दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर जनम भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुलम राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम
संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स्पर्धेत प्रसन्नम वामा का
रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ सत प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगतु
आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो मेरा पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य दश पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने श कामक करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पाद खर धंसी नाभि जावदा शय सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्रीदा पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय
भवे पाताल भूतल चारण छम चारण न दृष्ट मप शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम
स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो
ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व श्रे सर्व धनुष मता रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष सु वया सुगन संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो
दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काक पुरुष कौसल रतम वेदांत वेद्य यज्ञ पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम नते संसार नरा रामम लक्ष पूर्वम रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम
करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री राम राम रघु नंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र
चरण मनसा स्मरामि श्री राम चंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कारु
रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मा जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कुजमन मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अपहर्ताओं श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जन सुख संपदा तर्जन यम दूता
नाम राम रामेति गर्जन रामो राजमणि सदा विजयते रामम रमे शम भजे रामना भिता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे नाम तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम
रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र
प्रसन्नम मामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्षमण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल या जगत
तुम आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य दशो पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु खर धंसी नाभि जावदा शय सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री मु पाद विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्म सताते रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे रामचंद्र वा
स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प
वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीम मान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हता तानो रतम आत सज धनुष
वियांग संगन णा मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खडग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय
पराक्रमा इ जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणाम गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तन श्या मलम शांत मूर्ति वंदे
लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र
चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे तू जनका आत्मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम
रण रंग धीर राजीव त्रमं नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता परम दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम
श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर जनम भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स चर चम रामाय तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध
पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन रामचंद इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशर आत्मज कौसल द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भज
भगने सकार मुख करो सीता प पातु जाम मध्यम पाखरं ना जामदा सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठ स चिरायु सुख की पुत्री विजय विनय भवे
पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे ति राम चंद्रे तिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामे दम यो राम कवचम स्मत अव ञ
सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व
सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष वया सुगन संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कव खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पातु लक्षमण रामो दस रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम
वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जपन नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीतवा स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति
वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री
रामचंद्र चरणो वच सागर णा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रप माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम र रंग धरम राजीव नेत्रमणि [संगीत]
करतम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जतम राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत]
मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत
अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु र धनुष बध पदमासन पीतम सो बसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्र
विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वलीनता मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राज्ञ पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु विश्वा मित्र प्रिय शति घ्राण पातु
मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने श का मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाभि जावदा सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पा रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु
रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट सताते रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद रामचंद्र वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि
रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षा माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न
सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूला शिनो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सतवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रघ आत सज धनुष वया शग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग
चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुष तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्राप्ति
न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणाम गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे
रघुनाथा या नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र
स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जा नव जाने न जाने दक्षण लक्ष्मण यस वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम
जितेंद्रियम बुद्धिमता वषम ताम जम वानर युथ श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स राज मणि सदा विजयते रामम रमेश
भजे रामना भता निशाचर चम रामाय तस्म नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि
मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाण नत चरत कम स्वल जगत आर
भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्क दिव्या य पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु खरं नाभि जावदा शय सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षम यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति
राम भद्रे राम चंद्रे ति वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जै त्रेक मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर
तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी मान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरी विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारण पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता
तानो रतम आत सज धनुष वया सुग संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सन खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय
पराक्रमा इत्य नि जपन नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वास समम स्वंती नाम भर दिव्य नते संसार ण नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय
राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों चच साग णा श्री रामचंद्र
चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मज पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री राम चंद्रमण प्रपद्ये मनोजवम
मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] आपदा अपहर्ताओं श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रामस दासो रामे चित तल सदा भवतु मेंे भो राम मामरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम
रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र
प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगतराम
आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति ग्रणम पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति
पातु हृदयम जाम दग मध्यम पाद खर धंसी नाभि जावदा शय सुग्री क पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण
ताते रक्षम राम नाम रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्ष माम हर तथा लिखित वान
प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्म चारण पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व स वानाम श्रेष्ठ सर्व
धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष विस वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य
यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम
करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा या नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री
रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सा [संगीत] गणामृता नमामि श्री रामचंद्र चरणों शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव
[संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत ल वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ [संगीत] तात्मेटली [संगीत] रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जन सुख संपदा तर्जन यम दूता नाम राम रामेति गर्जन रामो राजमणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भिता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः
रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम माम उत्थरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य
बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन
नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल या जगत ात आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित
प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु विश्वा मित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्क दिव्या युध पातु भुज भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना
जावदा सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क ज दश मुखा क पादो विभीषण श्रीद पातु रामो खलम बप ताम राम बलो पता रक्षम यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न
दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम
आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूला शिनो दांतो तापस ब्रह्म चारिन पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व
सत्वाची रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सन्न कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा तानि जपन नित्यम मद भक्त श्रद्ध
वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्मा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ नयम श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम
राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरण वच सा ग्रम श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र
स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे तू जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत]
मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अपहरवत पदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स चर चम रामाय तस्मै नमः राम नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर
राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुलम राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीता राम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत
अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु र धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि लोचन रदा भम नाना लंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन रा इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन
जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत आर भूतम मजम राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं
दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पाखरं ना जावदा सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षा सुकृति पठ स
चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व
सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत ताज सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म
पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मता रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष विस वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सन कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पा लक्षमण रामो
दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रग उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वास स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम
काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेद रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री
रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणों शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणों शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम
रण रंग धीर राजीव नेत्रमणि करुणा करं तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] राम मामरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुलम राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम
रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु र धनुष बध पदमासन पत वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि
मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दध मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्र विस्तर एकैक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत ात
आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु वित्र प्रिय शति ण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भज भगने शक मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना
जाव सुग्री क पातु सनी हनुमत प्रभु उरु उतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृ पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्रीद पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न
दृष्ट मप सक्ता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते
जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो
भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता ताम तम आत सज धनुष विष वया शग संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ
शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम
लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणा गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज
राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा अग्रणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में
रामचंद्र दयालु नारण जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव त्रमं नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर
मुख्य श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स रामो राज मणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भता निशाचर चम रामाय तस्मै
नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य
बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मा सनम पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पध नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा
नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण नत चरत कम स्वल जगत आर भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि
सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौसल पातु विश्वामित्र प्रिय शति ग्रणम पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित यु पातु भुज भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाभि जावदा शय सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु
रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृत पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षा यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप सक्ता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम
चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार स्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प
वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंड विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारण पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष वि वया सुगन संग सिनो रक्षय मम
राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सन कव खगी चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधाम
संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल लकम राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम
रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरण सा ग्रम श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र
स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में राम चंद्रो दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रस्य तम वंदे रघुनंदन लोका भिरा रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत]
आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रामस दासो स्मह रामे चित तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत]
[संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु शर धनुष बध पदमासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत]
मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना लंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल जगतराम
आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा राव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाम जाव
सुग्री क पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण चारण न दृष्ट मक्ता रक्षित राम
नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने
राम रक्षा माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष
मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रघ उत्तम आत सज धनुष वि सुष वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सध कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पातु स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काक पुरुष पूर्ण कौशल्य
यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा अम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम
करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री राम रा राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री
रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणों शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणों शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघु नंदनम
लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम म तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] जनम सुख संपदा तर्जन यम दूता नाम राम रामेति गर्जन रामो राज मणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भिता निशाचर चम रामाय
तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्रीराम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध
कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीम म हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्थ पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि वामा काढ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम
नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन नकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप
अग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुज भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं ना जावदा सुग्री कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु
रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कपा द मुत पाद विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण दम चारण न दृष्म सताते रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे
वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च जगत जत्र मंत्रण राम नाम रक्षित यह कंठे धार कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा
अभिराम श्री लोका नाम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष वियाग संग संग
रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कची खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जपन नित्यम मद भक्त
श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार ण नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे
रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव रामरा श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरण वच सागना श्री राम चंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम
प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त मज पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम
बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम राम ति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स निशाचर चम रामाय तस्मै नमः
रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य
बुध कौशिक ऋषि श्री सीता राम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पध नेत्रमणि मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार
दीप्तम दत मुर जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रविता एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगतराम आवि भूतम मज राम रक्षा पठित प्रा पाप अगनि सर्व कामदा
शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति ग्रणम पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या यु पातु भज भगने सकार मुख करो सीता प हदय जाम मध्यम पातु रव ना जाव सुग्री कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु
रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कपा जंगे दश मुंत पाद विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षा सुकृति प यु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम
चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक
आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूला शिनो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज धनुष वि सुष
वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पातु स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय
पराक्रम इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध यां वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्मा तवास स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय
राम भद्राय रामचंद्राय से रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो बच सा गणा श्री रामचंद्र चरणों शिरसा नमामि श्री
रामचंद्र चरण शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कार्य रू करुणा करमत श्री रामचंद्र शरणम
प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्रनाम त तुलम राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य म बुध कौशिक ऋ श्री सीताराम चंद्रो देव अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु शर धनुष बध पद्मासन तम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत]
मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नाश ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल या जगत
तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य दशो पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुक करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु रव ना जावदा सुग्री क पातु सनी हनुमत प्रभु तम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्रीद पातु रामो खलम बप ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप
शता रक्षित राम नाम भी रामे राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रितम यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने
राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक राम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष
मताम रक्ष कुल नि हंता ता तम आत सज धनुष वया शग संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणन चरो बली काक पुरुष पूर्ण कौसल रतम वेदांत वेद यज्ञ
पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध यात अश्वमेध कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकत कर णव गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय
श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणं भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा
स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु जाने नव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत]
नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जमवा यथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर जनम भव बीजा नाम
अर्जनमैक्स रामो राज मणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भिता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुलम राम नाम वरान श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम
रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीता राम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्री मद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पदमासन पीतम वासो
वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल लोचन नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल जगत आर भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित दिव्या यु पातु भुज भगने का मुक करो
सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाम जावदा सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कतो जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो ताम राम बलो पता रक्षा सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल
चारण छम चारण न दष्ट शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवज्ञ सर्वत्र लभते जय
मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारनो पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा
नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज धनुष वि सु वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता नद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष
पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधाम पुण्य संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम
करुणावती संध दशरथ तनय श्या मलम शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम कुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री
रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरण वसागम श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में राम चंद्रो दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोका अभिराम
रण रंग धीर राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] परम रामस दासो रामे चि तल सदा भवतु मेंे
भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत
अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या जान र धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्रविट
एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा निलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आवि भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु
विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम दग मध्यम पातु खरत ध्वंस नाभि जाम सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु
कतो जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्रीदा पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे
भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा
अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष विस वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम
लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली का पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त
श्रद्ध यान वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा क्म पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्तिमंत घु कुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे
रघुनाथा या नाथाय सीताया पतय नमः श्रीराम राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम
प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली
[संगीत] [संगीत] अर्जनमैक्स [संगीत] सहस्रनाम तुल्य राम नाम राने इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्रीराम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ
ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्न वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना लकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा
निलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वलीना या जगत तुम आवि भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप ग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौम
जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाभि जावदा सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क पा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री
पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षम यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे तिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र क
मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन
प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारिन पुत्रो दशरथ सतो भ्रात राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष वया सुग संग ंगन रक्षय मम राम
लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणन चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रम इता जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित
अश्वमेध कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार ण नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे
रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भवरा राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों चच साग नाम श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम
प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वाम जनका मजा पुरतो मारुति रस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली
[संगीत] रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स ता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा
मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] पूर्णम अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत
अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियो अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंड रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्रस्तर
एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आवि भूतम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण
पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कंध दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता हदय जाम मध्यम पातु रव ना जाव सुग्री कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु
रामोल ताम राम बलो पता रक्षा सुकृति पठ चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम
नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्म अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप
संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मता रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सध कवज खड़ग
चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक पा स लक्षमण रामो दशर शूरो लक्ष्मणा चरो बली काक पुरुष पूर्ण कौसल यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा पनोती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदम माम पीत
वासस स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार न नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्र वेद से रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज
राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरण वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र
दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताममय्या श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये
कुजमन मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोका अभिराम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] भो राम मामरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्रनाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत]
मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघु नाथस शत कोटि प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगतराम
आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य विश्वामित्र प्रिय शति ण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता प पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना
जामदा सुग्री कट पातु सनी हनुमत प्रभु गुरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण दम चारण न दष्ट
शते रक्षित राम नाम ति राम भद्रे ति राम चंद्रे तिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जै त्रेक मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान जर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा
स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शर सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष
मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज्ज धनुष विष वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ
उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकत करुणावताराम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल
शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री राम चंद्र चरणो
मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो चच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम
रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली नर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा क्म आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री
रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स रामो राज मणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामे भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम परथम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम
वरान श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध
पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोटि प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी त
धनु ण पाण नक्त चरत कम स्वल जगतु आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित दिव्या यु पातु भुजो भगने सकार मुख करो
सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना जावदा सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृतु जंगे दश मुंत पाद विभीषण श्री पातु रामो ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल
भूतल चारण दम चारण न दृष्ट मप शता रक्षत राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र
लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महाबल पुंडर विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम
श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष वि वया सुग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण
कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधा पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्मा पीत वासस स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम
करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री
रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र रण चच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रेयस तम वंदे
रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करं तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] कोलम आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] ण परम रामस दासो स्मह रामे चित तल सदा
भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री राम चंद्र प्रीत
अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियो अथ ध्यानम ध्या र धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम नाथस शत कोटि प्रविता एकैक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा
नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्ली या जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम
विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने श का मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खर धव ना सुग्री कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो
खलम ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल मरण न दष्ट शते रक्षम राम नाम रामेति राम भद्रे राम चंद्रे दिवा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस कर
सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम रामः श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला
चीर कृष्णा जि नारो फल मूला शिनो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भ्रा तरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रघ उत्तम आत सज्ज धनुष वि सुष वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव
गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध यात अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन
संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा क्म पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री श्री राम राम
रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम
रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कार्य रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोज जवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मा जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम
शरणम प्रपद्ये कुजमन मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता परम दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर जनम भव बजाना अर्जन सुख संपदा तर्जन यम दूता नाम राम रामेति गर्जन रामो राजमणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन
नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे म मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्रीराम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध
कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र वामा काढ सीता मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम
नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित
प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम मिवस जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भज भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना
जावदा सुग्री कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छम चारण न दम सताते रक्षित राम
नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भक्ति विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम रक्षित यह कंठे धार तस कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक
आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम शीलो राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता प्रय तानो रतम आत सज
धनुष संग रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सन कव खगी चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रतम वेदांत वेद यज्ञ पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय इता जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध
कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकत करुणाम गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे
रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच साग नाम श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये
माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम मेंे रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत]
राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स ता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा
मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्ण [संगीत] पूर्ण [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत
अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियो अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु दशर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मनम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्र
विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य दश पातु
विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं ना जावदा सुवेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु
कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल ब्योम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे ति राम चंद्रे ति वा स्मरण नरो न
लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान जर नामेद यो राम कवचम अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री
लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज धनुष सुष वया सुगन संग संगन
रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा राम पातु स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त
श्रद्ध वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वासस स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार न नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावताराम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय राम चंद्राय वेदसे रघुनाथा
नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणों शिरसा नमामि श्रीराम चंद्र चरणो शरणम
प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्र रघुवंश नाथम तारुण्य रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत
तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] भो राम मामरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नामत तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र
मंत्र बुध कौशिक ऋषि श्री सीता रामचंद्र देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायू त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्थ पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल
लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महापा नाम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल या जगत तुम आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित
प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने श कामक करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाम जावदा शय सुग्री
वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षम यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप सताते रक्षित राम नाम रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न
लिपपब जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान जर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन
प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रघ उत्तम आत सज्ज धनुष वि सुष वया सुगन संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव
गता सध कवच खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञ पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय
रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री राम राम
रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो
मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नाम जाने नव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव त्रमं नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ
वाता वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स रामो राज मणि सदा विजयते रामम रमेश भजे
रामे भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम परथम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीता राम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायू त शर धनुष बध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम
वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन र नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकम अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलो पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी नुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर
भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कंध दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु खर धंसी नाम जावदा शय सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु राम खि ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप सताते रक्षित राम नाम भी रामेति
राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह धार कर सर्व सिध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक
आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारनो पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता
तानो रतम आत सज धनुष विस वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ
श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्व ध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्मा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण
रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघु नाथाय नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद चरणो चच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा
नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रेयस तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये
मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्र नाम
त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्रम मंत्र बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या जानु बाहु र धनुष बध
पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरित रघुनाथ शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व काम शिरो में राव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु
भुजो भगने श का मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं ना जावदा सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय
विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे दिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रितम यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो
राम कवचम स्मत अवज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा था स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूला
शिनो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष वि सुष वया शगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन
मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध या वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत
वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय राम चंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज
राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सा [संगीत] गणामृता नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने
दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे तू जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] नाम अर्जनमैक्स [संगीत] मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम
[संगीत] संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र
प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत
तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु रव नाम जावदा सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु पा जंगे दश मुंत पाद विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षा यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छम चारण न दृष्ट
मप सताते रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप मुक्ति च विंद जगत जत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामे दम यो राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात
प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारिन पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व
धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष विया संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत
वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्मा पीत वासस स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम का कुतम करुवपैया संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति
वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरण भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र
चरण वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि
करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कुज राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अपहर्ताओं श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर जनम भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स रामे भता निशाचर चम रामाय
तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्ण [संगीत] पू [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य
बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे यो अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्पर्धेत प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल
लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरुज मनम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप
अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति ग्रणम पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने श का मुक ता प पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं ना जाव सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु
रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षा सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छम चारण न दृष्ट मक्ता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे
वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद योरा अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षा माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प
वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो ता ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष सर्व धनुष मता रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष वया सुग संग संगन रक्षय मम राम
लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सध कव खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ क राम पातु स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध
वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल पद्मा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणाम गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा
नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री राम चंद्र चरणो वच सा [संगीत] श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता
रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे तू जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि कार्य रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली
[संगीत] [संगीत] लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] भवतु भो राम मामरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य
बुध कौशिक ऋषि श्री सीता रामचंद ्र देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन नीरदा भम नाना
अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्ली या जगत तुम आवि भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित
प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने श का मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम दग मध्यम पातु खर ध्वंस
नाभि जावदा श्रय सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्रीदा पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षम यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म
चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते
जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जि नाम फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ
सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष वया सुग संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा
अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रतम वेदांत वेद पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम कुतम
करुणावती संध दशरथ तनय श्या मलम शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणं भव राम राम
श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन
लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ आत्म जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता परम दातार
सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स गर्जन रामो राजमणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भिता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे
रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ
ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि मुख कमल मिल रदा नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नाम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन
जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगतु आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य दश पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम
भरत वंदित स्क दिवय पातु भज भगने का मु करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पाखरं ना जावदा सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कपा जंगे दश मुंत पाद विभीषण श्री खिल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स
चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध
वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो
दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष विस वया शगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता स कव खगी चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्कम राम पात स लक्षमण रामो दास रथ शूरो
लक्ष्मणन चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता जप नित्यम मत भक्त शया वित अधिकम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भर दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु तम
करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री
रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्रीराम चंद्र चरणो चच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्व स्वमे रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन
लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त
तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्रनाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा मंत्र बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत
अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम जानु बाहु र धनुष बध पदमासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्र
विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व का शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण
पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने शक मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाभि जावदा शय सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षम य
सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण दम चारण न दृष्ट मक्ता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे रामचंद्र वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध
वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर
कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष विष वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण
धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो ब काक पुरुष पूर्ण कौसल यो रतम वेदांत वेद्य यज्ञ पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस
स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण
कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा
पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्पने
प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नाम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीव जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत
तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुख सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु खरं नाम जावदा शय सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी से जंगे दश मुंत पाद विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छम चारण न दृष्ट मप सताते
रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात
प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारनो पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व
धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष सुग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवच खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम
वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अपमे पराक्रमा इता जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भर दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणाम गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध
दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा या नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री
रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरण वच सा ग्रम श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति
यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री राम चंद्रमण प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताममय्या श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये पु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री
रामम भयो भयो नमाम हम भर जनम भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स रामे भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः राम नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] पूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध
पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति ग्रणम पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध
पातु भुजो भगने श कामुक सता प पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना जाव सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पा रामोल ताम राम बलो पता रक्षा सुक पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल
भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रितम यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो कवचम स्मत अवता
सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षा माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूला दा तापस ब्रह्मचारी पुत्रो
दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनु वया सुग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कव खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोर स् मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा
अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा श्याम पद्माक्षी वासस स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम
करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्रा रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा
स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्रमणि
कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बीजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन
पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम नाना लंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं
दिव्या युध पातु भुजो भगने श का मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खर धंसी नाभि जावदा शय सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पेम रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न
दृष्ट मप शता रक्षित राम नाम रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम
आदि वान यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बश आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम
लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मता रक्ष कुल तानो रतम आत सज धनुष वया सुग संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा
अनु चरो बली काक पुरुष पूर्ण कौसल यो रतम वेदांत यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य नि जपन नित्यम मद भक्त श्रद्ध यां वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वास समम स्वंती नाम भर दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर
सीता पतिम सुंदरम काकत करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम
राम शरणं भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य
तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] रामेति गर्जन रामो राजमणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामे भिता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो
स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप
छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम राम चंद्र इति
ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नाम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल जगत आर भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज
कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत दिवय पातु भज भगने शक मु करो सीता प पातु हृदयम जाम मध्यम पातुर ना जावदा सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कपा जंगे दश मुंत पाद विभीषण श
रामोल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजयी विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र क मंत्रण
राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी मान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुख मारो
महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारण पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मता रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज धनुष विस वया शगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव
सन कव खगी चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्कम राम पातु स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नती न संशय
रामम दूर्वा दल श्याम पद्मा पीत वासस स्वंती नाम भर दिव्य नते संसार न नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोका अभिराम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम
राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो चच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता
रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम मेंे रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंद लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ
ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये क जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता परम दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे
चि तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्रनाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्ण [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्त्र मंत्र बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान
कीलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम यदा जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि मुख कमल मिल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्रस्तर
एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप काम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वा मित्र प्रिय शति घ्राण
पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खर ना जावदा सुग्री कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु
रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भू लम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे तिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क
मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम टवान यथा स्वपने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप
संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम ण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष विष वया शगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण
धरो युवा गन मनोरथ स्कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रतम वेदांत वेद्य यज्ञ पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस
स्वंती नाम भव्य नते सारण नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणामय धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्रा रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पत नम श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम
श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने
दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कार्य रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रप मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम
रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता परम दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] े रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल नेत्र प्रसन्नम वामा काढ
सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजी लोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल
जगत तुम आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख मुख सत्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या यु पातु भज भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु रव ना जावदा सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जा सेतु कपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण दम चारण न दृष्म सताते रक्षित
राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो नते भक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षम माम हर
तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा विराम सकला पदा अराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारनो पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ
सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता प्राय तानो रतम आत सज धनुष अया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवच खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम
वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान प्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार न नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुवपैया सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत
मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र
चरणो वच सागना श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि
करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] कुू जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स
रामे भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम परथम रामस दासो स्मह रामे चित तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु र धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम
वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल जगत आर
भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो मेंे राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु खर धंसी नाभि जावदा शय सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षा पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छम चारण न दृष्ट मप शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे
वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा
नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूल लानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज
धनुष वया सुग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सध कव खड़ग चाप बाण धरो युवा ग रथ स्मा कम राम पातु स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काक पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय
पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधाम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकत करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम दाय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय
सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सा [संगीत] श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता
रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत
तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीता रामचंद्र देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियो अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु शर धनुष बध पदमा पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र
प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकम अक्षर महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत
तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कल पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुज भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु खरं ना जावदा सुग्री क पातु स प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण चारण न दष्ट शता रक्षित राम नाम भी
रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अभ्या सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबु
बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष निता प्राय तानो रतम आत सज धनुष
विस वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय
पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार ण नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदर का कुतम करुणाम गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे
लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणं भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरण वच सा [संगीत]
गणामृता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम राम चंद्रो दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे तू जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम
बुद्धि मताम वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अपहरवत पदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स रा रामेति गर्जन रामो राज मणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भता
निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरा इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीता राम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पध नेत्र
प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना लंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगतराम आर
भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भर स्क दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाम
जावदा सुग्री कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पाद विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप
शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे ति राम चंद्रे तिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षम माम
हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिनरो फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा
नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष विस वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सद गता सनद कव खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष
पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधाम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति
वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत]
गणामृता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम
बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कजम राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता श वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] राम नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह
रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्रनाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम स्त्र मंत्र बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान
कीलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायू त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स्पर्धेत प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दध मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्रविट
एकैक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगतराम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य दशो पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख
त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने श कामक करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरत ध्वंस नाभि जावदा श्रय सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु रामो खलम बप ताम राम बलो पता रक्षा य
सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप सक्ता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे तिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार
तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो
पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भ्रात राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष सु वया शगन संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ
स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस
स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता
ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता राम चंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम रामचंद्र दयालु
नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कार्य रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम पद मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम
श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम नम भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम
[संगीत] संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीता राम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता श श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पदमासन पीतम वासो
वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रविट एकक अक्षर पुसा महा पातक नाम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम जीव लोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी
नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख ता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुज भगने श कामक करो सीता
पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव नाम जावदा सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत सेतु कपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल
भूतल चारण छम चारण न दृष्म सताते रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो नलि पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा
स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूला शिनो दांतो ताप सो ब्रह्म चारिन पुत्रो दसरत सतो भतरो राम
लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रघ उत्तम आत सज्ज धनुष वि सुष वया शगन संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सन्न कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दाश
रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम
काकुम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम राम राम शरणम भव राम
राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में राम चंद्रो दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष ण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव [संगीत] नेत्रमणि
करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] कुू जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर जनम भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स भजे रामे भता निशाचर चम रामाय
तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य
बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु र धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना
अलंकार दीप्तम मुर जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्रविट एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा निलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल या जगत तु आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग
पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने श कामक करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खर धंसी नाभि जावदा श्रय
सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे तिवा स्मरण नरो न
लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा
अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना मलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष वया सुग संग संगो रक्षय मम राम
लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कव खड़ग चाप बाण धरो युवा मनोरथ स्माक राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधाम पुण्यम संप्रा नोन संशय
रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम
राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रणक कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नम श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा
रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव नेत्र रघ वंश नाथम कारु रूपम करुणा करं तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत]
संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर जनम भव बीजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] लय सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य
बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्री मद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु र धनुष बध पद सनम पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल
लोचन रदा भम नाना लंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर कुं सा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वलीना रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व
कामदाम शिरो में राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम दग मध्यम पातु खर धंसी नाभि जावदा शय सुग्री
वेश कट पातु स हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृ पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण दम चारण न दृष्ट शते रक्षित राम
नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने
राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात बुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष
मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष वि वया सुग संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सन कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काक पुरुष पूर्ण कौशल्य रतम दंत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम
जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीतापति सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम
रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागना श्री रामचंद्र
चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम मे राम चंद्रो दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे तू जनका आत्मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये
मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अपहर्ताओं श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स राम रामेति गर्जन रामो राजमणि
सदा विजयते रामम रमेश भजे रामे णा भिता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम परथम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम नने इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम
[संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री राम चंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पध नेत्र प्रसन्नम वामा
काढ सीता मुख कल मिल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्रविश तरम एकैक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्ली जगत
तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु खरं नाम जावदा सुग्री कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पाद विभीषण श्र पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप
शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नामना यह कंठे धार कर सर्व सिध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षम माम हर
तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संप सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व
धनुष मता रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष वियाग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत
वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्मा क्म पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति
वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेद से रघुनाथा या नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरा
श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम मेंे रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि
करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताममय्या श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कजम राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत]
राम नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्रनाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्रीराम रक्षा स्तोत्र मंत्र बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप
छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत] लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम
चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगतु आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्रा पाप सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय
शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने श का मुक करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पा धंसी नाम जावदा शय सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा य
सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे ल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे ति राम चंद्रे तिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य
करस्थान नादम यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला
चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष वया सुग संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम
पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष नु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस
स्वंती नाम भव्य नते संसार ण नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीता पतय नम श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज
राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री राम चंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा
पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्र रघुवंश नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरण प्रप मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद गीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध
पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नाम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रा राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कंध दिव्या युध पातु
भुजो भगने श कामक करो सीता पति पातु हृदयम जाम दग मध्यम पातु खरं नाभि जावदा शय सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृ पातु जंगे दश मुखा क पादो विभीषण श्रीदा पातु रामो खलम बप ताम राम बलो पता
रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षम राम नाम भी रामेति राम भद्रे ति राम चंद्रे तिवा स्मरण नरो न पाप भक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम रक्षित यह कंठे धार तस कर सर्व
सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो
तापस ब्रह्म चारनो पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज धनुष वया शगन संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स
लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध यात अश्वमेध कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम
लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुवपैया राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्तिमंत कुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम
श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा [संगीत] गणामृता नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षण लक्ष्मण यस्य वामे त जन
कामजानु स्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ [संगीत] तात्मेटली क जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री
रामम भयो भयो नमाम हम भर जनम भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स श भजे रामे भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री राम चंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जान बाहु त शर धनुष बद्ध
पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स्पर्धेत प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दध मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघु नाथस शत कोट प्रविश तरम एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु
भुजो भगने शकम करो सीता प पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना जामदा शय सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप
शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे दिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम ना रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर दम यो राम कवचम स्मत अभ्या हता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर
तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम रामः श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जि नारो फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना
श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष वि सुष वया शगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा कच्छन मनोरथ स्मा कम राम पातु स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत
पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध या वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणाम गुण निधि विप्र
प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामा राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री
रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणों शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम मेंे रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम
रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि रघुवंश नाथम कारु रूपम करुणा करं तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर जनम भव बीजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] चिलय सदा भवतु में भो राम मा मुधरा राम
रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीता राम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे
विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एक शर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल
श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल या जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति ग्रणम पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम
विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने शक मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रसी ना जावदा सुग्री वेश कट पातु हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृतु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खलम ताम राम बलो
पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण चारण दता राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व
सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला
चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रघ उत्तम आत सज्ज धनुष वि सुष प्रशा वया सुगन संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति
सदैव गता सनद कवज खडग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जपन नित्यम मत भक्त श्रद्ध यान वित अश्वमेधा कम पुण्यम
संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वास समम स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार ण नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीतापति सुंदरम काकु तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम
राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागर नाम श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र
स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम राम चंद्रो दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत]
राम रामेति गर्जन रामो राजमणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम
राने इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] पूण [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ष श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्रीरा राम चंद्र प्रीत श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियो अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु द शर धनुष बध
पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मनम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नाम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित
सासी तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल जगत आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या नि पातु क भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने
शक मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं ना जावदा सुवेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे
पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो नते पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अभ्या हता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा
यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूला शिनो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम
लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रघ उत्तम आत सज धनुष वि सुशा वया शगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सन कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो
लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता जप नित्यम मत भक्त यात अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम
करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा या नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री
रामचंद्र चरणों मनसा श्री रामचंद्र चरणो बच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस त वंदे रघु
नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत]
राम नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री श राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य
बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान कीलक श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्थ पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत] मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार
दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल या जगत तुम आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित
प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मु करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम ना जावदा सुग्री क पातु सनी हनुमत प्रभु उरु
रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृ पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम
भद्रे राम चंद्रे ति वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगल आवान यथा स्वपने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक
आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महाबल पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व [संगीत] सत्वाची खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ
स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध या वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्राप्ति न संशय रामम दूर्वा दल श्याम
पदमा पीत वासस स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार न नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सताय पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन
राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागना श्री रामचंद्र चरणों शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा
रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मा जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु
जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता परम दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम
[संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायू त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र
प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोटि प्रस्तर एक कम अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल जगतराम
आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या नि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव नाम
जावदा सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण दम चारण न दृष्ट
मक्ता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण ते पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षम
माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सक अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारनो पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष सर्व
धनुष मताम रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष वया सुग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सन कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रघ उत्तम
वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्री मान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणाम गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम
राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघु नाथाय नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री
रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो बच सा [संगीत] गणामृता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये
मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ ताममय्या श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कुजमन मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मी की कोकिल आपदा अपहर्ताओं श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स रमेश भजे रामे भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर
तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप
छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स् त्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम
रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगतु आर भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम
दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने करो सीता प पातु हदय जाम मध्यम पातु रव ना जावदा सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी
सेतु कपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामोल ताम राम बलो सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे दिवा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क
मंत्रण राम नाम रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र रनामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण
रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष विस वया सुग संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सन कव खड़ग
चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पातु स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा अनु चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त शया वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय
रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वासस स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण मा माय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा या नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम
राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागर नाम श्री रामचंद्र चरणों शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र
स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव रघुवंश नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत]
सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] े चित तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु र धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्र प्रसन्नम
वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोटि प्रस्तर म अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल या जगत
तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथा कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु खर धंसी नाम जावदा शय सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृ पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय
विनय भवे पाताल भूतल चारण छद्म चारण न दृष्ट मक्ता रक्षम राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम
स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो
ब्रह्म चारिन पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज धनुष विष वया शगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव गता सन्न कवज खडग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम
राम पातु स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध या वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा पनोती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वासस
स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पति सुंदरम काकुम करुणाम गुण निधि विप्र प्रियम धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री राम राम रघुनंदन
राम राम राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सागना श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र
सर्वस्व स्वमे राम चंद्रो दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि वरिष्ठ ताम जम वानर युथ मुख्यम
श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अपहर्ताओं श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स नाम राम रामेति गर्जन रामो राजमणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन
नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्रनाम त तुल्य नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप
छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायू त शर धनुष बद्ध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोट प्र
विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट सासी तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल जगत आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति ग्रणम पातु मख
त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कठ भरत वंदित दिव्या यु पातु भज भगने काम करो सता प पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव ना जाव सुग्री कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क ज दश मुत श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता
रक्षा य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार
तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो
पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवाना श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष वि सुष वया शग संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद
कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रम इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध या वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्राप्ति न
संशय रामम दूर्वा दल श्याम पद्माक्षी वास समम स्वंती नाम भर दिव्य नते संसार नो नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय राम चंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम
राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मन स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो
मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम मेंे रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने णे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धीर राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत]
कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बीजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] नम रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्रनाम त तुल्य राम नाम
वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु र धनुष बध
पदमासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्धि नेत्र प्रसन्नम वामा काढ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यान चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल जगत तुम आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित पाप सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मु करो
सीता पति पातु हृदयम जाम खरं नाभि जावदा शय सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुखा पादो विभीषण श्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षम यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण दम
चारण न दृष्ट शते रक्षित राम नाम रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता सर्वत्र लभते जय मंगलम
आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कोशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जि नारो फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा
नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष विस वया सुग संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सन कव खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पात स लक्ष्मण रामो दशर रो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य
यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इत्य तानि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम का कुतम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति
वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागना श्री रामचंद्र
चरणों शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्र रघुवंश
नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद ्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] [संगीत] भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु र धनुष बद्ध पद्मासन पीतम वासो वसान कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत]
मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्र विस्तर एकै कम अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाण नक्त चरत कम स्वल जगतराम
आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदाम शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातुर ना
जावदा सुग्री क पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश जाननी सेतु कृपा जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण छम चारण न दृष्ट मप सताते रक्षित राम नाम भी रामेति राम
भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प
वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारण पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष
वया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सन्न कवच खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय
पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेधा कम पुण्यम संप्रा नती न संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम
रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री राम चंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री राम चंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा
नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्व स्वमे रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जन कात्मे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धि मताम वरिष्ठ
तात्मेटली ण प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अपहर्ताओं श्री रामम भयो भयो नमाम हम भर्जन भव बजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स रामम रमेश भजे रामना भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त
तल सदा भवतु मेंे भो राम माम उथरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्रनाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत
अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्थ पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि [संगीत] मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दी दत मुर जटा मंडन रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक
अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम लया जगत तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदाम शिरो में राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य योद पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख
त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्या निधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने मु करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु रव नाभि जावदा शय सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु कृ पातु जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पातु
रामोल ताम राम बपता रक्षम यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शक्ताे रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे रामचंद्र तिवा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण
राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अभ्या हता सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण
रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो तापस ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता तानो रतम आत सज धनुष वि वया सुग संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा व्रत पति सदैव
गता सन कव खड़ग चाप बाण धरो गन मनोरथ स्मा कम राम पातु स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्यो यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय
रामम दूर्वा दल श्याम पद्मा पीत वासस स्वंती नाम भव्य नते संसार ण नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम
रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणों मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणों वच सागना श्री रामचंद्र चरण शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र
स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति रयस तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धीर राजी नेत्र रघुवंश नाथम कारु रूपम करुणा करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत]
[संगीत] दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रामे चित्त तल य सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम त तुलम राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत]
अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियो अथ ध्यानम ध्यायू त शर धनुष बद्ध पद्मासन स्म पीतम वासो वसान नव कमल दल स् पर्धी नेत्रमणि
मुख कमल मिलल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दध मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्र विस्तर कम अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत
तुम आर भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में राघव पातु बालम दशर त् मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने सकार मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मधम
पाखरं नाम जावदा शय सुग्री क हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुल विनाश कत जाननी सेतु कपा जंगे दश मुंत पाद विभीषण श्री पा रामोल ताम राम बलो पता रक्षा सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल चारण चारण ते रक्षित राम नाम भी रामेति राम
भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा लिखित प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा
नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारनो पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज धनुष
विया सुगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सन कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पातु स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काक पुरुष पूर्ण कौशल्य रघ वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध
वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम
राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा ग्रणम श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा
रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिण लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम मताम वषम ताम जम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम
शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स दूता नाम राम रामेति गर्जन रामो राजमणि सदा विजयते रामम रमेश भजे रामना भता निशाचर चम रामाय तस्मै नमः रामन
नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुथर राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्रनाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम [संगीत] संपूर्णम [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता
अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायू त शर धनुषमूवी [संगीत] मुख कमल मिल लोचन रभ नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ शत कोटी प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन
जानकी लक्ष्मण पेत जटा मंडित सासी त धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगत आर भूतम मजम विभ राम रक्षा पठित प्राग पाप अगनि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य पातु विश्वामित्र प्रिय शति ग्रणम पातु मखता मुखम सौमित्र वत्सल विद्या पातु कंठम भरत वंदित स्कं
दिव्या युध पातु भुजो भगने कामक करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरं नाभि जावदा सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघु पातु रक्ष कुल विनाश कृत जाननी सेतु क जंगे दश मुंत विषण श्री पातु रामो खिल ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठत स चिरायु सुखी
पुत्री विजय विनय भवे पाताल भूतल बम चारण छद्म चारण न दृष्ट मप शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य करस्थान नामेद यो राम कवचम स्मत अभ्या हता
ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षा माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदा अभिराम श्री लोका नाम रामः श्रीमान सहन प्रभु ण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूला शिनो दांतो तापस
ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण सर्व सतवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मताम रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रघ उत्तम आत सज धनुष वि सुशा वया शगन संग सिनो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन
मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दशरथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता जप नित्यम श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम
भव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणावताराम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम
श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरण मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता रामो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे
लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति तम वंदे रघु नंदनम लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव [संगीत] नेत्रमणि करम तम श्री रामचंद्र शरणम प्रपद्ये मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठ तात्मेटली [संगीत] कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आप दम अप हरता दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री
रामम भयो भयो नमाम भर्जन भव बीजा नाम [संगीत] अर्जनमैक्स नम रामा नास्ति परायणम पर तरम रामस दासो स्मह रामे चित्त तल सदा भवतु मेंे भो राम मा मुधरा राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्रनाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत]
आज स श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यान ध्या द जानु बाहु त शर धनुष बध पद्मासन पीतम वासो वसान नव कमल दल स्प नेत्र
प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिल लोचन रदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुर जटा मंडन रामचंद्र ध्यान चरितम रघुनाथ शत कोट प्रस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नासनम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल जगतु
आर भूतम मजम विभु राम रक्षा पठित प्र पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में रागव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य द पातु विश्वामित्र प्रिय शति घ्राण पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कं दिव्या युध पातु भुजो भगने का मुख करो सीता पति पातु हृदयम
जाम मध्यम पातु खर धंसी नाभि जावदा श्रय सुग्री वेश कट पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रघुमुद्री पातु रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षा यह सुकृति पठत स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय भ पाताल भूतल चारण छम चारण न दृष्ट मप सताते रक्षित राम नाम भी रामेति राम
भद्रे राम चंद्रे वा स्मरण नरो न लिप पापे भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जत्र क मंत्रण राम नाम नाभि रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता ज्ञ सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वप्ने राम रक्षम माम हर तथा
लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आराम कल्प वृक्षा नाम विराम सकला पदामिनी सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चीर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्मचारी पुत्रो दशरथ ा राम लक्ष्मण शरण सर्व सवा नाम श्रेष्ठ सर्व धनुष मता रक्ष कुल नि हंता प्राय तानो रतम आत सज
धनुष वया सुगन संग संगो रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्माक राम पात स लक्षमण रामो दशर शरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौशल्य यो रघ उत्तम वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल्लभ श्रीमान अप्रमेय
पराक्रमा इता नि जप नित्यम मद भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम दिव्य नते संसार ण नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकु स्तम करुणावती संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रामाय
राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा नाथाय सीताया पतय नम श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम श्री रामचंद्र चरणो मनसा स्मरामि श्री रामचंद्र चरणो वच सा गणा श्री रामचंद्र चरणो शिरसा नमामि श्री
रामचंद्र चरणो शरणम प्रपद्ये माता मो मत पिता रामचंद्र स्वामी रामो मत सखा रामचंद्र सर्वस्वम में रामचंद्र दयालु नारम जाने नैव जाने न जाने दक्षिणे लक्ष्मण यस्य वामे त जनका मजा पुरतो मारुति यस्य तम वंदे रघुनंदन लोकाभिरामम रण रंग धरम राजीव त्रमं नाथम कार्य रूपम करुणा करम तम श्रीराम चंद्र शरणम प्रपद्ये
मनोजवम मारुत तुल्य वेगम जितेंद्रियम बुद्धिमता वरिष्ठ वाता मजम वानर युथ मुख्यम श्री राम दूतम शरणम प्रपद्ये कु जंत राम रामेति मधुरम मधुरा शरम आरुण्य कविता शाखा वंदे वाल्मीकि कोकिल आपदा अप हरता परम दातार सर्व संपदा लोकाभिरामम श्री रामम भयो भयो नम भर्जन भव बजा नाम अर्जनमैक्स [संगीत] रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्त्र
नाम त तुल्य राम नाम वरान इति श्री बुध कौशिक विरचित श्री राम रक्षा स्तोत्रम संपूर्णम [संगीत] [संगीत] अस्य श्री राम रक्षा स्तोत्र मंत्र स्य बुध कौशिक ऋषि श्री सीताराम चंद्रो देवता अनुष्टुप छंद सीता शक्ति श्रीमद हनुमान केलकम श्री रामचंद्र प्रीत अर्थे श्री राम रक्षा स्तोत्र जपे विनियोग अथ ध्यानम ध्यायतो वासो
वसान नव कमल दल स्पर्धेत प्रसन्नम वामा का रूढ़ सीता मुख कमल मिलल लोचन नीरदा भम नाना अलंकार दीप्तम दत मुरू जटा मंडलम रामचंद्र इति ध्यानम चरितम रघुनाथ स्या शत कोटि प्र विस्तर एकक अक्षर पुसा महा पातक नाम ध्यावा नीलोत्पल श्याम रामम राजीवलोचन जानकी लक्ष्मण पेत जटा मुकुट मंडित सासी
तण धनुर बाण पाणी नक्त चरत कम स्वल या जगत तुम आवि भूतम मजम विभूम राम रक्षा पठित प्राग पाप अग्नि सर्व कामदा शिरो में राघव पातु बालम दशरथ आत्मज कौशल्य यो दशो पातु विश्वामित्र प्रिय श्रुति प्राणम पातु मख त्राता मुखम सौमित्र वत्सल जिम विद्यानिधि पातु कंठम भरत वंदित स्कंध दिव्या युध
पातु भुजो भगने शक मुख करो सीता पति पातु हृदयम जाम मध्यम पातु खरसी नाभि जावदा सुग्री वेश कटी पातु सनी हनुमत प्रभु उरु रतम पातु रक्ष कुलना जाननी सेतु क जंगे दश मुंत पादो विभीषण श्री पा रामो खलम ताम राम बलो पता रक्षम य सुकृति पठ स चिरायु सुखी पुत्री विजय विनय
भवे पाताल भूतल चारण छम चारण न दृष्ट मप शता रक्षित राम नाम भी रामेति राम भद्रे राम चंद्रे वामर नरो न लिप पाप भुक्ति मुक्ति च विंद जगत जैत्र मंत्रण राम नाम रक्षित यह कंठे धार तस्य कर सर्व सिद्ध वज्र पंजर नामे दम यो राम कवचम स्मत अवता
सर्वत्र लभते जय मंगलम आदिवा यथा स्वपने राम रक्षम माम हर तथा लिखित वान प्रात प्रबुद्ध बुद्ध कौशिक आरामा कल्प वृक्षा सकला पदा अभिराम श्री लोकाना राम श्रीमान सहन प्रभु तरुण रूप संपन्न सुकुमार महा बलो पुंडरीक विशाला चर कृष्णा जिना फल मूलानो दांतो ताप सो ब्रह्म चारण पुत्रो दशरथ सतो भतरो राम लक्ष्मण शरण
सर्व सवा नाम श्रेष सर्व धनुष मता रक्ष कुल निता तानो रतम आत सज वया सुगन संग संगन रक्षय मम राम लक्ष्मणा ग्रत पति सदैव गता सनद कवज खड़ग चाप बाण धरो युवा गन मनोरथ स्मा कम राम पात स लक्ष्मण रामो दास रथ शूरो लक्ष्मणा चरो बली काकत पुरुष पूर्ण कौसल यो रघ उतम
वेदांत वेद्य यज्ञेश पुराण पुरुषोत्तम जानकी वल श्रीमान अप्रमेय पराक्रमा इता नि जप नित्यम मत भक्त श्रद्ध वित अश्वमेध कम पुण्यम संप्रा नोन संशय रामम दूर्वा दल श्याम पदमा पीत वासस स्वंती नाम भ दिव्य नते संसार नरा रामम लक्ष्मण पूर्वज रघुवर सीता पतिम सुंदरम काकुम करुणाम गुण निधि विप्र प्रिय
धार्मिकम राजेंद्रम सत्य संध दशरथ तनय श्यामल शांत मूर्ति वंदे लोकाभिरामम रघुकुल तिलकं राघवम रावण रिम रामाय राम भद्राय रामचंद्राय वेदसे रघुनाथा या नाथाय सीताया पतय नमः श्री राम राम रघुनंदन राम राम श्री राम राम भरता ग्रज राम राम श्री राम राम रण कर्कश राम राम श्री राम राम शरणम भव राम राम #LIVE #शर #रम #रकष #सततरम #Shri #Ram #Raksha #Stotra #Full #Lyrics
Bhakti Songs Hindi More From Bhakti.Lyrics-in-Hindi.com