हनुमान जी के दर्शन हो गए सबको-बाबा नीम करोली की चमत्कार कथा

आश्रम वृदावन, बरसात का महीना था , और बहुत तेज बारिश थ। कुछ भक्त और साधु लोग नीचे वाली धूनी कै पास बैठें थे, बाबा आश्रम के ऊपरी हिस्से वाली धूनी कै पास बैठे थे। तभी अचानक , नीचे वाले धूनी मैं एक विराट साधु आया ,जिसका पूरा शरीर लाल रंग का था।, उसके पूरे …

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चमत्कारिक ‘बुलेटप्रूफ कंबल-बाबा नीम करोली की चमत्कार कथाएं

रिचर्ड एलपर्ट (रामदास) ने नीम करोली बाबा के चमत्कारों पर ‘मिरेकल ऑफ़ लव’ नामक एक किताब लिखी इसी में ‘बुलेटप्रूफ कंबल’ नाम से एक घटना का जिक्र है। बाबा के कई भक्त थे। उनमें से ही एक बुजुर्ग दंपत्ति थे जो फतेहगढ़ में रहते थे। यह घटना 1943 की है। एक दिन अचानक बाबा उनके …

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कार बैलगाड़ियों से जाम पुल से बिना रुके निकल गई

एक बार श्री नीम करोली ( नीब करोरी) महाराज जी कहीं जल्दी में जा रहे थे। जिस कार मे बाबाजी बैठे थे वह चलते चलते एक पुल पर आ गई। पुल पर सामने से गन्ने से लदी हुई बैलगाड़ियाँ आ रही थी जिससे रास्ता अवरूद्ध हो गया था। गुजरने की जगह नई दिखने के कारण …

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बृजलाल! हम तो भूखे रह गये-बाबा नीम करोली कथा

कानपुर के एक बड़े उद्योपति की माता जी के आग्रह करने पर एक दिन बाबा जी ड्राईवर बृजलाल के साथ माता जी की कोठी पर पहूँच गये। मारवाड़ी उद्योपति के घर सोने चाँदी के पात्रों में तरह तरह के व्यंजन देख कर बाबा जी के विरागी मन विचलित हो गया और गृह स्वामिनी के के …

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महीनों पुराना लीवर ज्वर चमत्कारिक ढंग से ठीक हुआ

आश्रम वृदावन: दिल्ली के एक भक्त ने बताया कि मेरे पिताजी को १९८१ में लीवर का एक ऐसा भीषण ज्वर हो गया कि वे ६ माह तक पीड़ित पड़े रहे। कोई भी इलाज कारगर साबित न हो पाया। अन्त में हताश होकर मेरे पिता जी (श्री किशन चन्द्र सैनी) हमारे घर के मंदिर में बाबा …

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मरकर भी पुनः जिन्दा हो गयी श्रीमती सिंह

श्री नीम करोली बाबा जी के प्रिय भक्त श्री केहर सिंह जी की पत्नी को गंभीर संग्रहणी (इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम-IBS-Irritable Bowel Syndrome) रोग हो गया था। सभी संभव प्रयास किये गए परन्तु कोई भी चिकित्सा कारगर नहीं ठहर पा रहा था । अब उनका किसी भी प्रकार से ठीक हो पाना संभव नहीं लग रहा …

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वृद्ध बंगाली बाबा को प्रभु का दर्शन

वृद्ध बंगाली बाबा को प्रभु का दर्शन एक वृद्ध भक्त बंगाली सज्जन(Bhakt Bengali Baba) जीवन के चौथेपन में तीर्थ यात्रा पर निकले। कलकत्ता से चलकर वह घूमते घूमते वह भगवान कृष्ण-श्री बांके बिहारी जी (Shri Banke Bihari) के दर्शन के लिए वृन्दावन(Vrindavan) आये। श्री बिहारी जी के दर्शन करने के बाद ऐसा प्रगाढ़ प्रेम भाव …

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पूतना किसका अवतार थी / पूतना का पूर्वजन्म क्या था?

पूतना पूर्वजन्म में परम दानवीर दैत्यराज बलि की पुत्री थी। एक राजकुमारी के रूप में पूतना का नाम पिछले जन्म में रत्नमाला था। पूतना के पूर्वजन्म की कथा द्वापर में यही राजा बलि की बेटी रत्नमाला भगवान द्वारा तथास्तु कहने के कारण पूतना राक्षसी के रूप में उसने जन्म लिया। पूतना कौन थी? पूतना एक …

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दादा, खेमुआ ने आज खाया नहीं

दादा, खेमुआ ने आज खाया नहीं खेमुआ (“दादा खेमुआ ने आज खाया नहीं”) आश्रम में ऐसे कई अवसर आते थे जब जब हम देखते थे कि किसी के भूखे रह जाने पर बाबा कितनी तकलीफ पाते थे। आश्रम का एक कर्मचारी था खेमुआ। खेमुआ किचन में साफ सफाई करने, कमरों की सफाई करने और लकड़ी …

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भाद्रपद शुक्ल पक्ष एकादशी-परिवर्तिनी एकादशी 

युधिष्ठिर बोले,” हे भगवान! भादों मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का क्या  नाम है, इसकी विधि और महात्म्य क्या है? उस एकादशी का व्रत करने से कौन स फल मिलता है तथा उसका उपदेश क्या है? कृपा करके सब विस्तारपूर्वक कहिए| श्री कृष्ण भगवान बोले,” हे राजन, पुण्य, स्वर्ग और मोक्ष देने वाली तथा …

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